सूर्यास्त के 4 घंटे ही दिखेगा शुक्र
सारिका के अनुसार शुक्र कभी भी आकाश में अपनी उंचाई बढ़ाते हुए सिर के ठीक उपर मध्यरात्रि में नहीं आता है । एक निश्चित उंचाई तक पहुंचकर वह वापस नीचे क्षितिज की तरफ लौटता दिखता है । इसका कारण यह है कि यह पृथ्वी की कक्षा के अंदर है । इसलिए सूर्यास्त के बाद लगभग 4 घंटे तक ही दिखकर डूब जाता है। लेकिन आज ऐसा मौका होगा कि सूर्य और चंद्रमा के बाद तीसरा सबसे चमकीला खगोलीय पिंड शुक्र 10 जनवरी की शाम को पश्चिम आकाश में अपनी ऊंचाई और चमक को बढ़ाता नजर आएगा।
इन तीन राशियों को लाभ
श्रीमहादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय देवलचौड़ हल्द्वानी के प्राचार्य ज्योतिषी डॉ. नवीन चंद्र जोशी का कहना है कि शुक्र का सूर्य से कोणीय सेपरेशन इसकी चमक तो बढ़ाएगा ही, राशियों पर भी असर डालेगा। डॉ. जोशी के अनुसार शुक्र इस समय शनि की कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं जो शनि की राशि है। इसलिए कुंभ राशि सहित मीन तुला और वृषभ राशि के लिए यह परिवर्तन शुभ रहेगा।शुक्र के कुंभ राशि में रहने से धन सम्पदा में वृद्धि होगी, लेकिन साथ में शुक्र शनि की युति रोग को बढ़ावा देगा । पश्चिम देशों में युद्ध तनाव और आपदाओं के योग बन सकते हैं।