चार महीने बाद आया अयोध्या
कुछ समय पहले वह
अयोध्या कैंट की पुरानी सब्जी मंडी के निवासी मौलाना उस्मान हजरत के संपर्क में आया। छह महीने पहले वह गांव से अयोध्या शहर गया, फिर दिल्ली होते हुए विशाखापट्टनम पहुंचा, जहां उसने जमात में शामिल होकर करीब चार महीने बिताए और फिर वापस लौटा।
अयोध्या का रहने वाला है अब्दुल
हरियाणा से गिरफ्तार अब्दुल रहमान मूल रूप से अयोध्या के थाना कोतवाली इनायत नगर के मंजनाई गांव का रहने वाला है। उसका जन्म 28 अगस्त 2005 को हुआ। कक्षा 10 तक की पढ़ाई मनीराम यादव इंटर कॉलेज, मंजनाई में की। गिरफ्तार युवक के परिजनों के अनुसार को पांच वक्त का नमाजी था।
अब्दुल रहमान की मां ने क्या कहा ?
आरोपी की मां यास्मीन ने बताया कि अब्दुल ई-रिक्शा चलाता था और घर पर भी कुछ न कुछ बनाया करता था। वह एक मार्च को किसी दोस्त से मिलने दिल्ली गया था। अब्दुल रहमान अपने माता-पिता का सबसे बड़ा बेटा है। उसकी तीन बहनें हैं—आसमा (15), अल्फिया (12) और अल्फिसा (6)। अब्दुल को बचपन से ही दिल की बीमारी थी; उसके दिल में छेद था, जिसका
अहमदाबाद में ऑपरेशन भी हुआ था।
अब्दुल की मां ने लगाया आरोप
अब्दुल के पिता, अबु बकर, पहले सूरत में रहते थे, लेकिन अब मंजनाई स्थित अपने घर पर ही चिकन शॉप चलाते हैं। अबु बकर के अन्य भाई—जावेद, उम्मर, उस्मान और साद—अब भी सूरत में रहते हैं। उसकी मां ने बताया कि पुलिस अबु बकर को अपने साथ ले गई है और बैंक पासबुक समेत कुछ अन्य दस्तावेज भी जब्त कर लिए हैं। यास्मीन का कहना है कि उनके बेटे को झूठे केस में फंसाया जा रहा है।