समाजवादी पार्टी के विधान परिषद् सदस्य शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने कहा कि कृषि के बाद हथरकघा उद्योग प्रदेश में सबसे अधिक रोजगार उपलब्ध कराने वाला कुटीर उद्योग है, सरकार भी बुनकरों को प्रदेश का महत्वपूर्ण मुख्य अंग मानती है, किसानों के बाद रोजगार मुहैया कराने में प्रदेश में बुनकरों का दूसरा स्थान है लेकिन इन्हें दिया क्या जा रहा है। बुनकरों के लिए दिल इतना छोटा क्यों है।
बुनकरों के दुख दर्द पर हुई चर्चा
एमएलसी ने कहा कि वे मुबारकपुर विधानसभा से दो बार लगातार विधायक हुए, जहां एक लाख से ऊपर बुनकर भाईयों की आबादी है, मैं उनके हर दुख दर्द, जीवनशैली उनकी जीविका हर चीजों को भली-भांति जानता हूं। सरकार को विपक्ष की बातों को भी सकारात्मक रूप से लेते हुए बुनकरों के लिए पैसों का और प्रोविजन करना चाहिए।उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे तब मुबारकपुर में एक बुनकर विपणन केंद्र भी बना था। मंशा यह थी कि मुबारकपुर के साथ साथ बगल में मऊ के बुनकरों के दो से ढ़ाई लाख की आबादी को विपणनकेंद्र से जोड़ा जाए और उन्हें साप्ताहिक मेला लगाकर लांभवित किया जाए। इतना हीं नहीं, उन्होंने मुबारकपुर की साड़ी जो पूरी दुनिया में जाती है वह बनारसी के नाम से विख्यात है वह साड़ी मुबारकपुर में बनती है। विपणन केंद्र भी सुचारू रूप से संचालित करा दिया जाए तो बुनकरों को बड़ा फायदा होगा।