बड़वानी Barwani में पलसूद Palsud के कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की वार्डन प्रीति राठौड़ warden Preeti Rathore और एक बीईओ पर यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं। छात्राओं की शिकायत पर पुलिस ने वार्डन के खिलाफ पॉक्सो और एट्रोसिटी एक्ट में केस दर्ज किया था जिसे अब गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
शासकीय छात्रावास में शर्मसार कर देने वाली घटना के विरोध और पीड़ित छात्राओं को न्याय दिलाने के लिए आदिवासी संगठन के मैदान में उतरने के बाद मंगलवार सुबह फरार छात्रावास अधीक्षिका प्रीति राठौड़ को जिला मुख्यालय से पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में लिया। अधीक्षिका पर एफआइआर दर्ज हो चुकी थी जबकि बीईओ के खिलाफ मामले की जांच चल रही है।
यह भी पढ़ें: एमपी में बदले जाएंगे 54 गांवों के नाम, सीएम डॉ. मोहन यादव का बड़ा ऐलान पीड़ित छात्राएं और आदिवासी संगठन छात्रावास अधीक्षिका की गिरफ्तारी की लगातार मांग करते आ रहे थे। गत दिनों छात्राओं के परिजनों के साथ आदिवासी संगठन के पदाधिकारी नवागत कलेक्टर गुंचा सनोबर से भी मिलने पहुंचे थे। इस दौरान पीड़ित छात्राओं और उनकी मां की आंखों से आंसू छलक उठे थे। यह दृश्य कलेक्टर के चैम्बर से निकलते वक्त दिखाई दिया जब परिजनों की नम आंखें साफ नजर आईं। बीईओ को बचाने का प्रयास करने के आरोप भी लगाए गए।
कलेक्टर गुंचा सनोबर ने परिजनों, छात्राओं और आदिवासी संगठन को जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद वार्डन की गिरफ्तारी हुई। छात्रावास अधीक्षिका को मेडिकल के लिए ले जाया गया। उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से अधीक्षिका को जेल भेजा गया।
एक छात्रा ने बताया कि वार्डन प्रीति राठौड ने उसे फोन कर बीईओ से मिलने के लिए बुलाया। बीईओ ने छात्रावास के अंदर गलत तरीके से टच किया। उसे इंदौर चलने और कपड़े खरीदने का लालच भी दिया। वह छात्रा किसी तरह भागी। वार्डन ने घटना के बारे में किसी को नहीं बताने की धमकी देते हुए मैसेज किया।
एक अन्य छात्रा ने बताया कि छात्रावास में विदाई समारोह के दौरान वह वार्डन के कमरे में साड़ी पहनने के लिए गई थी। तब कपड़े बदलने के दौरान वार्डन ने उसका वीडियो बना लिया। विरोध किया तो बुरा बर्ताव किया। वार्डन प्रीति राठौड़ पर दो साल पहले सन 2023 में भी एक छात्रा ने गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया था।