विकास तोमर को क्यों मिला शौर्य चक्र?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 11 सितंबर 2024 को कश्मीर के धागरी जंगलों में आतंकियों के खिलाफ चलाए गए एक बड़े ऑपरेशन में विकास तोमर ने निर्णायक भूमिका निभाई थी। वे अपनी टीम का नेतृत्व कर रहे थे और लगातार पांच दिन तक चले इस ऑपरेशन में उन्होंने अत्यंत विषम परिस्थितियों में साहस, सूझबूझ और रणनीति का परिचय देते हुए न केवल अपने घायल साथियों को सुरक्षित बाहर निकाला, बल्कि एक आतंकी को मार गिराया और अन्य को पीछे हटने पर मजबूर किया। इस ऑपरेशन में उनकी भूमिका ने एक बड़ी आतंकी साजिश को समय रहते विफल कर दिया।
कौन हैं विकास तोमर
विकास तोमर बागपत जिले के बरवाला गांव के निवासी हैं। विकास वन पैराशूट रेजिमेंट (पैरा स्पेशल फोर्स) में सूबेदार के पद पर कार्यरत हैं। यह रेजिमेंट भारतीय सेना की सबसे प्रशिक्षित और साहसी यूनिट्स में से एक मानी जाती है। गांव में विकास तोमर के सम्मान में एक खास समारोह का आयोजन किया गया जिसमें प्रशासनिक अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। यह दिन बागपत के लिए गौरव और प्रेरणा से भरा रहा जिसने दिखा दिया कि देश के लिए समर्पण और साहस कभी व्यर्थ नहीं जाता।