पुलिस ने बताया कि वारासिवनी वार्ड क्रमांक चार निवासी फूलमारी पति अमित फूलमारी ने शिकायत की है। जिसमें बताया गया है कि पे टू पे सोशियल फाउण्डेशन जयपुर राजस्थान के कर्मचारी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ शासकीय योजना के नाम पर चेन सिस्टम बनाकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। पुलिस ने आवेदन को संज्ञान में लेकर तत्काल जांच शुरू कर दिया।
पुलिस अधीक्षक नगेंद्र सिंह के निर्देश पर थाना प्रभारी उप निरीक्षक हेमंत नायक के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने आरोपी फाउण्डेशन के अध्यक्ष प्रभुदयाल शर्मा, संस्था में सीनियर महिपाल सिंह शेखावत व कैलाश जांगिड तीनों निवासी जयपुर राजस्थान। एरिया मैनेजर शंकर परिहार निवासी भटेरा चौकी बालाघाट व हरीश मिश्रा निवासी बीडी कालोनी वारासिवनी के खिलाफ अपराध क्र. 77/25 धारा 318 (4), 111 (2) बी बीएनएस 3, 4, 5 इनामी चिट और धन परिचालन स्कीम (पाबंदी) अधिनियम 1978 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू कर दिया।
योजना की आड़ लेते थे
पुलिस को बताया कि आरोपी लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ योजना की आड़ लेते थे। प्रलोभन देते थे कि यदि वे इस योजना से जुड़ेगे तो बेटी की शादी के समय एक लाख रुपए मिलेंगे। संस्था से लोगों को जोडकऱ 550 रुपए का रसीद कटवाकर पैसा संस्था में जमा करवाएंगे तो एक आदमी को जोडऩे पर 40 रुपए मिलेंगे। अपने नीचे लेफ्ट व राइट चेन बनाकर हर आदमी से जिनकी बेटी है उनसे 550 रुपए जमा कराना है। इस तरह 17 लेबल तक पहुंचने पर अलग-अलग इनाम है। यदि कोई व्यक्ति 17 लेबल पार करता है तो उसे एक करोड़ रुपए का कमीशन मिलेगा।
चेन सिस्टम चला रहे थे
पुलिस ने बताया कि विवेचना के दौरान पता चला कि पे टू पे सोशियल फाउण्डेशन जयपुर राजस्थान के अध्यक्ष शर्मा व अन्य आरोपी आमलोगों को भारत सरकार की योजना बताकर चेन सिस्टम से इनाम का लालच देकर रसीद कटवाकर पैसा अपने खाता में जमा करवा रहे थे। ऐसा कर वे लोगों के साथ धोखाधड़ी व जालसाजी कर रहे थे।
93 हजार लोगों के साथ हुई धोखाधड़ी
पुलिस ने रसीद, बैंक ट्रांसफर डिटेल, फाउण्डेशन की वेबसाइट, आईडी पासवर्ड आदि जब्त किया है। प्रथम दृष्टया 93 हजार लोगों को जोडकऱ पांच करोड़ 11 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी आरोपियों ने किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी कैलाश, महिपाल, हरीश व शंकर को गिरफ्तार कर लिया है। शेष आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।