यह भी पढ़ें:
Suicide: शराबी पिता की थप्पड़ सहन नहीं कर सकी बेटी, जहर खाकर दी जान जब उनसे स्कूल में पढ़ाई के बारे में पूछताछ की गई तो वे उन्होंने हिलते हुए जवाब दिया। तब जाकर पता चला कि प्रधान पाठक ने शराब पी रखी है। उन्होंने इसकी शिकायत डौंडी बीईओ रोहित सिन्हा से की।
इस दौरान प्रधानपाठक की गतिविधियों पर उन्हें संदेह हुआ। जब उन्होंने नजदीक जाकर जांच की तो देखा कि सरजूराम ठाकुर शराब के नशे में हैं और शराब को स्प्राइट की बोतल में छिपाकर पी रहे हैं, ताकि किसी को शक न हो। मामले को गंभीरता से लेते हुए भाजपा नेता ने इसकी शिकायत ब्लॉक शिक्षा अधिकारी से की है। उन्होंने कहा कि सरजूराम ठाकुर पहले भी
शराब पीते पकड़े जा चुके हैं और विभाग द्वारा उन्हें निलंबित भी किया गया था।
इसके बावजूद दोबारा उन्हें स्कूल में बहाल करना शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। नेताओं और ग्रामीणों की ओर से मांग की गई है कि बच्चों के भविष्य और स्कूल के अनुशासित माहौल को ध्यान में रखते हुए प्रधानपाठक पर सख्त कार्रवाई की जाए। लगातार हो रही लापरवाहियों से ग्रामीणों में आक्रोश है, और लोगों ने शिक्षा विभाग से जवाबदेही तय करने की मांग उठाई है।