मिली जानकारी के मुताबिक, ये लोग शुक्रवार को गिरौधपुरी दर्शनों के लिए गए थे। रविवार को लौट रहे थे। रात करीब 8.30 से 9 बजे के बीच डोटोपार गांव के पास ट्रैक्टर को सड़क किनारे खड़ा कर लोग कुछ देर के लिए नीचे उतरे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार हाइवा ने ट्रैक्टर को टक्कर मार दी। हाइवा चालक तुरंत
हादसे के बाद गाड़ी लेकर फरार हो गया।
इधर, बुरी तरह घायल लोग पड़े थे। चीख-पुकार सुनकर आसपास खड़े लोग मौके पर पहुंचे। घायलों को जिला चिकित्सालय भेजा। इलाज के दौरान बिरजू भारद्वाज (44) और महेशिया बाई (60) ने दम तोड़ दिया। बाकी 25 घायलों का इलाज जारी है। इनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस घटना ने 2 बड़ी लापरवाहियां उजागर की हैं। पहला तो ये कि ट्रैफिक पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी जिले की सड़कों पर हैवी गाड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। दूसरा ये कि मालवाहक गाड़ियों में प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से सवारियां बिठाई जा रहीं हैं। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात हाइवा ड्राइवर के खिलाफ बीएनएस की धारा 194 के तहत अपराध दर्ज किया है। जांच जारी है।