बदल गई दिनचर्या, देरी से सोकर उठ रहे लोग सुबह देर से रजाई में से निकलने लगे है। वहां शाम ढलने के साथ ही बाजारों में सन्नाटा पसर जाता है। सर्दी से बचाव के लिए लोग अलाव तापते नजर आते है। तो दिन भर धूप सेंकते लोग नजर आने लगे हैं। गलन बढऩे के साथ फसलों को फायदे की उम्मीद दिखने लगी है। सर्दी बढऩे के साथ ही दुकानों पर गर्म वस्त्रों की बिक्री शुरु हो गई है। बाहर जाने वाले लोग देर से घर से निकलने लगे हैं। ऐसे में सुबह बसों में भीड़ कम हो गई है। खेतों पर जाने वाले किसान ठंड से बचाव के पूरे इंतजाम के बाद घर से निकल रहे हैंं। बाजार में भी सर्दी के लिहाज से असर दिखाई देने लगा है। सर्दी में भाने वाले गजक रेवड़ी खजूर मूंगफली के ठेलों दुकानों पर बिक्री बढ़ गई है। तो घरों में भी मौसम के बदलाव के साथ जायका बदल गया है। उप जिला चिकित्सालय में मौसम के बदलाव के साथ सर्दी से पीडि़त लोग तो पहुंच रहे हैं। लेकिन आउटडोर में मरीजों की संख्या घट गई है। बदले हुए मौसम से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है। लोग सुबह व शाम तेज सर्दी के चलते अलाव का सहारा ले रहे है। लोग दिन में भी गर्म वस्त्रो में नजर आते है। हालाकि दोहपर को धूप में अधिक देर रुकने पर मामूली चुभन भी हो रही है।
& सर्दी से बचाव के लिए बुजुर्गों, बच्चों का खास ध्यान रखना चाहिए। हार्ट पेशेंट व कोरोना से पीडि़त हुए लोगों को शरीर के बचाव का पूरा इंतजाम कर ही बाहर निकलना चाहिए। डॉ. उमेश विजय, उप जिला चिकित्सालय, मांगरोल