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आटा हुआ वीआईपी, हाफ सेंचुरी लगाने को बेताब

खुदरा किराना बाजार में आटे के भाव इस समय आसमान छू रहे है। लोकल आटा जहां 38 से 39 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। वही ब्रांड आटे की 45 रुपए प्रति किलो तक के भाव से बाजार में बिक्री की जा रही है।

बारांMar 03, 2025 / 12:06 am

mukesh gour

खुदरा किराना बाजार में आटे के भाव इस समय आसमान छू रहे है। लोकल आटा जहां 38 से 39 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। वही ब्रांड आटे की 45 रुपए प्रति किलो तक के भाव से बाजार में बिक्री की जा रही है।

खुदरा किराना बाजार में आटे के भाव इस समय आसमान छू रहे है। लोकल आटा जहां 38 से 39 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। वही ब्रांड आटे की 45 रुपए प्रति किलो तक के भाव से बाजार में बिक्री की जा रही है।

रसोई का आटा गीला, आमजन की जेब पर असर, 45 रुपए के भाव से बिक रहा

बारां. खुदरा बाजार में गेहूं व आटे की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ता परेशान हैं। महंगे आटे ने आम जनता की जेब पर असर डाला है। रोटी, पराठा, समोसा और पाव जैसी चीजें पर इसका असर दिखाई दे रहा है। यह सब भी महंगी हो गई हैं। हालांकि अब नए गेहूं की दस्तक के साथ ही आम उपभोक्ता को राहत मिलने की उम्मीद भी बनी हुई है। जहां एक ओर आटा व गेहूं की कीमतो में वृद्धि से आम उपभोक्ता के साथ ही खुदरा विक्रेताओं और छोटे कारोबारियों को भी ऊंची कीमतों के कारण मुनाफे में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ी हुई कीमतों का असर बेकरी, होटल और रेस्टोरेंट व्यवसाय पर भी पड़ रहा है। कृषि उपज मंडी में गत दो माह से गेहूं के भावों में उछाल बना हुआ है। जनवरी माह में जहां तीन हजार रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल के भाव से बिका गेहूं फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में 3450 रुपए प्रति ​क्विंटल तक के उच्चतम भाव पर बिकने से आटे के भावो में भी उछाल आ गया। हालांकि वर्तमान में प्रदेश की मंडियों में हड़ताल के चलते बंद बाजार 33 सौ रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल तक रहे थे।
समर्थन मूल्य कम

दूसरी ओर सरकार ने गेहूं की एमएसपी खरीद के लिए 2025 में 2575 रुपए की घोषणा की हुई है। जिसमें 150 रुपए बोनस के भी शामिल है। वर्ष 2024 में गेहूं का समर्थन मूल्य 2525 रुपए प्रति ​क्विंटल था। इसमें 125 रुपए बोनस भी शामिल था। काफी कम भावो में समर्थन मूल्य के चलते चलते सरकारी खरीद केन्द्र के तोल कांटे लम्बे समय तक सूने रहे पड़े रहे थे। हालांकि अब भी किसान खुले बाजार की ओर ही रुख करने वाले हैं।
करीब 450 रुपए प्रति ​क्विंटल का खर्च

कृषि मंडी में खुली नीलामी में गेहूं खरीद के बाद मंडी शुल्क, तुलाई भाड़ा तथा मशीन क्लीन करने तक करीब 450 रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल तक का खर्च आता है। ऐसे में खुले बाजार में जहां मशीन क्लिन गेहूं 38 सौ रुपए प्रति ​क्विंटल तक बिक रहा है। वहीं सॉर्टेक्स गेहूं चार हजार रुपए प्रति ​क्विंटल के ऊपर बिक रहा है।
बाजार में आटा 45 से 48 रुपए रुपए किलो

खुदरा किराना बाजार में आटे के भाव इस समय आसमान छू रहे है। लोकल आटा जहां 38 से 39 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। वही ब्रांड आटे की 45 रुपए प्रति किलो तक के भाव से बाजार में बिक्री की जा रही है। इसके चलते आम लोगों की जेब पर असर पड़ रहा है।
मार्च माह के अन्त तक गिरावट की उम्मीद

प्रदेश की कई मंडियों में इस सीजन के नए गेहूं की दस्तक हो चुकी है। वहीं निकटवर्ती मध्यप्रदेश की मंडियों में गेहूं की ठीकठाक आवक भी होने लगी है। गेहूं के व्यापारी विमल बंसल ने बताया कि यदि मौसम की अनुकूलता बनी रही तो मार्च माह के अन्त तक यहां मंडी में नए गेहूं की करीब दो हजार कट्टों से अधिक की आवक शुरु हो जाएगी। हालांकि अभी नया गेहूं एमपी की मंडियों में जहां तीन हजार से 31 सौ रुपए प्रति ​क्विंटल तक के भाव से बिक रहा है। वहीं स्थानीय मंडी में नया गेहूं भी 32 सौ रुपए प्रति ङ्क्षक्वटल से ऊपर के भाव में बिक रहा है। वही पुराना गेहूं 33 सौ रुपए से 3350 रुपए प्रति ​क्विंटल तक के भावों से नीलामी हो रही है। व्यापारियों का मानना है कि मार्च माह के अन्त तक गेहूं के भावों में गिरावट की उम्मीद है।

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