बारादरी के हारुनगला में कब्रिस्तान के पास फूस की बनी नन्हेंलाल, शंकरलाल और श्रीपाल की तीन झोपड़ियों में पशुपालन किया जा रहा था। तीनों झोपड़ी में दो दर्जन से ज्यादा गौवंश बंधे हुए थे। रविवार दोपहर 3 बजे अचानक आग लग गई। जिससे इलाके में हड़कंप मच गया।
स्थानीय लोगों की सूझबूझ से बचे 10 पशु
आग लगने से तीनों झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। उसके अंदर बंधे एक दर्जन पशुओं में से तीन पशुओं की जिंदा जलकर मौत हो गई, और बाकी पशुओं को स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया। आग लगने से पशुओं के लिए रखा गया चारा, मशीन, मोटर, दो मोटरसाइकिल, एक टेंपो और अन्य सामान भी जलकर राख हो गया। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की टीम के सहयोग से एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया है।
मौके पर पहुंचे विभागीय अधिकारी, जांच शुरु
आग लगने के बाद राजस्व विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई। वहीं पशु चिकित्साधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। मृत गायों का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं घटना स्थल पर पहुंची पुलिस भी मामले की जांच में जुटी है। बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय का कहना है कि आग लगने की वजह सामने नहीं आई है, वहीं पीड़ितों का कहना है कि किसी ने जानबूझकर आग लगाई है।