बारादरी के चकमहमूद निवासी नदीम खां के पास एक मकान है, जिसे मोहम्मद फिरदौस खान पुत्र इकराम खां जबरन कब्जाना चाहता है। आरोप है कि फिरदौस ने 100 के स्टाम्प पेपर पर एक फर्जी अनुबंध तैयार कर लिया, जिसमें दर्शाया गया कि पीड़ित ने उक्त मकान 12 लाख रुपये में बेचा है। कथित सौदे में पांच लाख रुपये नकद दिए जाने और सात लाख रुपये रजिस्ट्री के समय भुगतान किए जाने का उल्लेख है।
जांच में फर्जी पाए गए सभी दस्तावेज
पीड़ित का कहना है कि उन्होंने मकान बेचने का कोई अनुबंध फिरदौस से नहीं किया है। जब उन्हें इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली, तो उन्होंने स्टाम्प पेपर और उस पर किए गए हस्ताक्षरों की हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराई। जांच रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि दस्तावेज पर किए गए हस्ताक्षर पूरी तरह फर्जी हैं। साथ ही स्टाम्प पेपर की तारीख भी खुरचकर बदल दी गई थी, यहां तक कि विक्रेता के हस्ताक्षर भी नकली पाए गए।
झूठा मुकदमा लिखाने का आरोप
पीड़ित का आरोप है कि फिरदौस ने षड्यंत्र के तहत कूटरचित दस्तावेज तैयार किए और पुलिस से मिलीभगत कर उनके खिलाफ झूठा मुकदमा भी दर्ज करा दिया, जो वर्तमान में न्यायालय में लंबित है। इस पूरे मामले में पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाते हुए जिलाधिकारी और एसएसपी से मांग की है कि फर्जी दस्तावेज तैयार कर संपत्ति हड़पने की कोशिश करने वाले के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।