सीबीगंज के गांव सरनिया निवासी तौहीद अली अपने बेटे जाहिद अली के साथ शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे नमाज अदा कर लौट रहे थे। तभी छह हमलावरों ने अचानक चाकुओं से हमला कर दिया। इस हमले में तौहीद अली की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनका बेटा जाहिद बेहोश होकर गिर पड़ा। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायल जाहिद को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
निकाह से जुड़ी रंजिश बनी खूनी वारदात की वजह
परिजनों के अनुसार एक साल पहले गांव के कबीर की बेटी ने तौहीद अली के बेटे जाहिद से निकाह करने की जिद की थी। इस मामले को लेकर पंचायत हुई, जिसमें पंचों ने निकाह कराने का फैसला सुनाया और दोनों का निकाह करवा दिया। लेकिन तौहीद के भांजे मोहम्मद इकरार का दावा है कि जाहिद इस निकाह के लिए तैयार नहीं था। मगर पंचायत के दबाव में उसे शादी करनी पड़ी। निकाह के बाद जाहिद दिल्ली काम पर चला गया, जबकि उसकी पत्नी मायके में ही रही। इसी बात को लेकर दोनों परिवारों के बीच रंजिश गहरी हो गई।
पहले भी मिल चुकी थी धमकी
परिजनों का कहना है कि तीन दिन पहले भी दबीर के बेटों ने तौहीद और जाहिद पर हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन वे किसी तरह बच निकले। मोहम्मद इकरार ने आरोप लगाया कि शुक्रवार रात कबीर और उसके बेटे नाजिम, आजम, मुनाजिर, इकराम और एक अन्य साथी ने मिलकर इस हमले को अंजाम दिया। वारदात के बाद से ही आरोपी फरार हैं। सीओ संदीप सिंह ने बताया कि मस्जिद के सामने पिता-पुत्र पर हमला हुआ था, जिसमें तौहीद अली की मौत हो गई, जबकि जाहिद गंभीर रूप से घायल है। उन्होंने कहा कि हमलावरों की पहचान हो चुकी है, और आरोपियों पर हत्या और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी की जाएगी।