शुभारंभ अवसर पर मेयर डॉ. उमेश गौतम ने कहा कि इस परियोजना से इंद्रानगर के निवासियों को 24 घंटे स्वच्छ पेयजल मिलेगा। पाइपलाइन में होने वाले लीकेज की समस्या से निजात मिलेगी। बिजली आपूर्ति बाधित होने पर भी जलापूर्ति निर्बाध रूप से जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि यह योजना यूनिवर्सल मैप प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा क्रियान्वित की जा रही है। आने वाले समय में इसे अन्य वार्डों में भी लागू किया जाएगा।
जल निगम लगाएगा मीटर, शुल्क वसूली करेगा नगर निगम
इस योजना के तहत दो ट्यूबवेल स्थापित किए जाएंगे तथा नई पाइप लाइन डाली जाएगी। यह पाइप लाइन लिंक-वाइस तकनीक से जोड़ी जाएगी। इसकी विशेषता यह होगी कि प्रत्येक गली के मोड़ पर लाइन में लॉक सिस्टम होगा। अगर किसी स्थान पर पाइप लाइन में लीकेज होता है तो केवल उस क्षेत्र की आपूर्ति बंद की जाएगी, शेष हिस्से पर असर नहीं पड़ेगा। 1982-83 में डाली गई पाइपों की जगह अब नई लाइन बिछाई जाएगी। घरों में जल निगम द्वारा मीटर लगाए जाएंगे, जबकि जल शुल्क वसूली नगर निगम द्वारा की जाएगी।
शुभारंभ अवसर पर जुटे जनप्रतिनिधि और अधिकारी
इस अवसर पर पार्षद सतीश कातिब ने कहा कि यह उनके वार्ड के लिए गर्व का विषय है। यह परियोजना क्षेत्र के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम में उपसभापति सर्वेश रस्तोगी, नरेंद्र सिंह, माया सक्सेना, राजेंद्र कुमार राजू, एबी सक्सेना, पवन, अरविंद शंखधार, घनश्याम पांडेय, सुधा शर्मा, चित्रा गंगवार, प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण सिंह, एई खिजहर शकील, जेई रजनीकांत, अनिल कुमार, शेर बहादुर पाल व प्रेम सिंह कुशवाहा समेत कई जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहे।