सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार की शिकायत पर कार्रवाई
भाजपा सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने 31 अक्टूबर 2022 को शिकायत दर्ज कराई थी कि बहेड़ी में एक तालाब की जमीन पर कब्जा कर विधायक अताउर्रहमान ने अपना कार्यालय बना लिया है। इस शिकायत के आधार पर कमिश्नर कार्यालय ने जांच के लिए आदेश जारी किए, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी।
दो साल में 11 पत्र, लेकिन कोई जवाब नहीं
कमिश्नर कार्यालय की ओर से पिछले दो वर्षों में इस मामले की जांच के लिए कलेक्ट्रेट को 11 पत्र भेजे गए, लेकिन किसी का भी जवाब नहीं मिला। पहला पत्र: 8 दिसंबर 2022, अन्य पत्र: 14 दिसंबर 2022, 23 दिसंबर 2022, 27 जनवरी 2023, 27 मार्च 2023, 27 सितंबर 2024, 19 अक्टूबर 2024, 2 दिसंबर 2024 और 10 जनवरी 2025 इसके बावजूद अब तक कोई रिपोर्ट नहीं आई, जिससे प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
कमिश्नर ने जताई नाराजगी, जल्द रिपोर्ट देने के आदेश
कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने डीएम रविंद्र कुमार को पत्र भेजकर नाराजगी जताई है और अधिकतम दो दिन के भीतर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस पत्र में अब तक भेजे गए सभी 11 पत्रों का भी उल्लेख किया गया है। भाजपा सांसद छत्रपाल गंगवार ने कहा, “विधायक ने तालाब की छह बीघा जमीन पर अपना कार्यालय बना लिया है। इसकी पैमाइश से सच्चाई सामने आएगी। प्रशासन को इस अवैध कब्जे को मुक्त कराना चाहिए।”
विधायक ने किया आरोपों से इनकार
इस मामले पर सपा विधायक अताउर्रहमान ने कहा, “मुझे नहीं पता कि तालाब की जमीन पर कोई अवैध कब्जा हुआ है। अगर कोई शिकायत की गई है, तो इसकी जानकारी मुझे नहीं है।”
पुराने पत्रों की खोजबीन शुरू
कमिश्नर के कड़े रुख के बाद कलेक्ट्रेट में अब पुराने पत्रों की खोजबीन शुरू हो गई है। हालांकि, शिकायत में यह स्पष्ट नहीं है कि तालाब पर कब्जा कब हुआ और कार्यालय का निर्माण कब कराया गया। अब प्रशासनिक स्तर पर इस मामले की दोबारा जांच की जाएगी।