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बरेली

हत्या की कोशिश के आरोपी को छुड़ाने के लिये रसूखदारों की पैरवी और डाक्टर का ड्रामा फेल, पुलिस ने भेजा जेल

इज्जतनगर इलाके में हत्या की कोशिश के आरोपी को छुड़ाने को लेकर शनिवार रात से बरेली में हाईवोल्टेज ड्रामा चल रहा है। इज्जतनगर पुलिस ने मुड़िया अहमदनगर के रहने वाले जानलेवा हमले के मुकदमे में वांटेड राहुल पटेल को शनिवार शाम को जैसे ही एकतानगर स्थित आशीर्वाद मोबाइल शोरूम के पास से गिरफ्तार किया कि उसे छुड़ाने के लिये माननीयों के फोन घनघनाने लगे।

बरेलीDec 22, 2024 / 08:20 pm

Avanish Pandey

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बरेली। इज्जतनगर इलाके में हत्या की कोशिश के आरोपी को छुड़ाने को लेकर शनिवार रात से बरेली में हाईवोल्टेज ड्रामा चल रहा है। इज्जतनगर पुलिस ने मुड़िया अहमदनगर के रहने वाले जानलेवा हमले के मुकदमे में वांटेड राहुल पटेल को शनिवार शाम को जैसे ही एकतानगर स्थित आशीर्वाद मोबाइल शोरूम के पास से गिरफ्तार किया कि उसे छुड़ाने के लिये माननीयों के फोन घनघनाने लगे। इज्जतनगर पुलिस ने पूरी छानबीन, जांच पड़ताल और साक्ष्य जुटाने के बाद राहुल को गिरफ्तार किया था। रात में उसका दाखिला कर हवालात में डाल दिया।

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जिला अस्पताल में डाक्टर ने तीन घंटे किया ड्रामा, सांस से पीड़ित एवं हाइपरटेंशन की बना दी रिपोर्ट

हत्या की कोशिश के आरोपी को छुड़ाने के लिये दो विधायकों और एक अन्य माननीय ने फोन किया, बरेली के तेज तर्रार और ईमानदार एसएसपी अनुराग आर्य ने किसी की नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि वह आरोपी है। उसके खिलाफ सबूत हैं, थाना पुलिस ने उसका दाखिला कर दिया है। वह नहीं छूटेगा। बरेली के माननीय फेल होने के बाद कुछ रसूखदार और एक डाक्टर साहब पैरवी में लग गये। वह राहुल पटेल को छुड़ाने के लिये इज्जतनगर थाने पहुंचे। हालांकि इज्जतनगर इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने राहुल को छोड़ने से इनकार कर दिया। थाना पुलिस राहुल को कोर्ट में पेश करने से पहले मेडिकल कराने जिला अस्पताल पहुंची। इमरजेंसी वही डाक्टर साहब मौजूद थे। डाक्टर साहब ने तीस साल के युवह राहुल पटेल की धड़कने बढ़ी होने की रिपोर्ट दे दी। डाक्टर ने सांस से पीड़ित एवं हाइपरटेंशन का मरीज घोषित कर मेडिकल ही नहीं बनाया। पुलिस का आरोप है कि डाक्टर अपराधियों को संरक्षण दे रहा है। हत्या की कोशिश के आरोपी को बचाने के लिये डाक्टर ने रिपोर्ट तैयार की।

एसपी सिटी, एसएसपी, से लेकर सीएमओ तक पहुंचा मामला

इंस्पेक्टर ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट एसपी सिटी मानुष पारिक और एसएसपी अनुराग आर्य को दी। बताया कि डाक्टर किस तरह से एक आरोपी को बचाने की पैरवी कर रहे हैं। इसके बाद एसएसपी और एसपी सिटी ने सीएमओ से बात की। सीएमओ डा. विश्राम सिंह को पूरा मामला बताया। तब कहीं जाकर राहुल पटेल का मेडिकल परीक्षण हुआ। इसके बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में रिमांड मिलने के बाद जमानत को लेकर पैरवी शुरू हो गई। वहां भी काफी जोर आजमाइश चलती रही। मेडिकल रिपोर्ट को आधार बनाकर अधिवक्ता पैरवी और भागदौड़ करते रहे, लेकिन बात नहीं बन पाई। रविवार होने की वजह से रिमांड मजिस्ट्रेट मौजूद थे। उन्होंने पुलिस को रिमांड देकर न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश कर दिया। इसकी वजह से पुलिस राहुल पटेल को रात में सात बजे जेल भेज पाई।

सितंबर में दर्ज हुआ जानलेवा हमले का मुकदमा

22 सितंबर 2024 को थाना इज्जतनगर में मुड़िया अहमदनगर की रहने वाली भगवान श्री की ओर से मुकेश यादव, धर्मेंद्र प्रधान, आशीष पटेल, राहुल पटेल, मनोज कुमार, सुनील यादव, अमित यादव, पान सिंह, अमन, मनोज कुमार पांच अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट, जान से मारने की धमकी, हत्या की कोशिश के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप है कि हमलावरों ने घर में घुसकर भगवान श्री के बेटे अजयपाल को पकड़ा। जान से मारने की नियत से नदी के किनारे ले जाकर उस पर हमला किया, मारपीट की। हमले में उसे गंभीर चोटें आईं थीं। इस मामले में पूर्व में भी आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी। राहुल पटेल पुत्र कृष्ण मुरारी इसमें वांटेड चल रहे थे।

इज्जतनगर के पूर्व इंस्पेक्टर से दोस्ती, गिरफ्तारी से पहले थे साथ

इज्जतनगर थाने में तैनात रहे एक पूर्व इंस्पेक्टर के साथ राहुल पटेल की दोस्ती है। गौकशी कराने के आरोप में इंस्पेक्टर को इज्जतनगर थाने से हटाया गया था। इसके बाद इंस्पेक्टर राहुल पटेल और एकतानगर, डीडीपुरम में मोबाइल शोरूम मालिक के संपर्क में रहते हैं। राहुल के जरिये ही इज्जतनगर इलाके में इंस्पेक्टर की पैठ और पुलिस में पैरवी करते रहते हैं। पुलिस को शनिवार को सूचना मिली कि एकतानगर में हिमांशु देवनानी की “आशीर्वाद प्रोडक्ट मोबाइल शॉप” के पास राहुल पटेल खड़ा है और कहीं जाने की फिराक में है। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। जब राहुल पकड़ा गया उससे दो मिनट पहले ही इंस्पेक्टर वहां से गये हैं। सीसीटीवी से इसकी पुष्टि की जा सकती है। एकतानगर की यह वही मोबाइल शाप है जहां प्रयागराज के माफिया अतीक और अशरफ के साले सद्दाम का अडडा हुआ करता था। मोबाइल शाप से जुड़े और भी कई राज हैं, जब परतें खुलेंगी तो पांव के तले की जमीन खिसक जायेगी…

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