पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय पंचायतीराज चुनाव के ठीक पहले वर्ष 2019 में पुनर्गठन किया गया था। उस समय बाड़मेर में 200 ग्राम पंचायतें और 9 पंचायत समितियों का गठन हुआ था। इसके बाद बालोतरा जिले का गठन होने पर बाड़मेर में ग्राम पंचायतें कम होकर 218 रह गई और पंचायत समितियां 12 थी। अब दुबारा पुनर्गठन होने पर बाड़मेर में ग्राम पंचायतों की संख्या 489 के करीब हो जाएगी। वहीं पंचायत समितियां फिर से 20 होगी। क्योंकि 8 पंचायत समितियों का पुनर्गठन प्रस्तावित है। सबसे बड़ी बात यह है कि राजस्थान के खुजाराहो के नाम से प्रसद्धि किराडू को पंचायत समिति बनाया गया है। यह बड़ी बात है। इसके अलावा 500 नए राजस्व गांव बनाए गए हैं।
8 नई पंचायत समितियां, अकेले बाड़मेर जिले में होंगे 20 प्रधान
बाड़मेर जिले में अब फिर से बढकऱ 20 पंचायत समितियां और 418 से बढकऱ 489 के करीब ग्राम पंचायतें हो जाएगी। छह साल के अंतराल में पंचायतीराज में बड़े स्तर पर फेरबदल हुआ है। बाड़मेर जिले में बिशाला, भिंयाड़, डूंगेरों का तला, किराडू, गिराब, लीलसर, मांगता व बाटाडू को नवीन पंचायत समिति के लिए प्रस्तावित किया गया है।
बालोतरा में अलग होगी जिला परिषद, 9 पंचायत समितियों की मांगी आपत्तियां
बालोतरा जिला बनने के बाद अब जिला परिषद का गठन करने की कवायद शुरू कर दी गई है। जिला कलक्टर टीना डाबी ने नव गठित बालोतरा जिले के लिए गठित की जाने वाली जिला परिषद के लिए आपत्तियां मांगी गई है। बालोतरा जिला परिषद में पंचायत समिति सिणधरी, सिवाना, बालोतरा, बायतु, गिड़ा, कल्याणपुर, समदड़ी, पायला कला, पाटोदी को शामिल कर नवीन जिला परिषद बनेगी।