इस दौरान हरीश चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अमीर नेताओं की गरीब पार्टी बन गई है और पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता के बीच अपनी उपलब्धियां रखने में विफलता का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
पहले हेमाराम चौधरी भगवान थे- हरीश
हरीश चौधरी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता हेमाराम चौधरी का जिक्र करते हुए कहा कि जब टिकट चाहिए होता था, तब हेमाराम चौधरी के हाथ में कलम होती थी, और वह भगवान होते थे। लेकिन जैसे ही जयपुर पहुंचे, हमारी निष्ठा बदल गई और हमारे भगवान बदल गए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि पार्टी में निष्ठा और ईमानदारी बनाए रखें, क्योंकि गुटबाजी पार्टी की जड़ें कमजोर कर रही है। ‘कांग्रेस अमीर नेताओं की गरीब पार्टी’
हरीश चौधरी ने कांग्रेस पार्टी की वर्तमान स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सबसे अमीर नेताओं की गरीब पार्टी कोई है, तो वह कांग्रेस है। हमारे पास संसाधनों की कमी है और हमें भाजपा से मुकाबला करना है। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि बाड़मेर में आरएसएस ने ओबीसी और नॉन-ओबीसी के बीच जहर फैलाया और इसमें सफलता हासिल की।
चौधरी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से गुटबाजी खत्म करने और एकजुट होकर जनता के बीच काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कमजोरी का फायदा विपक्ष उठा रहा है, जिसे रोकने के लिए पार्टी में अनुशासन और निष्ठा बेहद जरूरी है। उन्होंने पार्टी को गुटबाजी, निष्ठा की कमी, और संगठन की कमजोरी से बाहर निकालने के लिए मिलकर काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को एकजुट होकर भाजपा और आरएसएस के फैलाए जहर का मुकाबला करना होगा।
रविंद्र सिंह भाटी पर तीखा हमला
कांग्रेस नेता हरीश चौधरी ने बिना नाम लिए चर्चित नेता रविंद्र सिंह भाटी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये नेता भाजपा की बी टीम की तरह काम कर रहे हैं और पार्टी को भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी गुटबाजी और कमजोर रणनीतियों का फायदा भाजपा और उनके समर्थन में काम कर रहे लोग उठा रहे हैं। चौधरी ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपनी उपलब्धियों को जनता के बीच रखें और भ्रम फैलाने वाले तत्वों से सावधान रहें। मेवाराम जैन पर भी कसा तंज
हरीश चौधरी ने कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि कानून की कमियों का सहारा लेकर वह खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। चौधरी ने स्पष्ट किया कि चरित्रहीनता के मामले में जनता सब जानती है और नेताओं को जवाबदेही से बचने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।