रामपुरा कोटड़ा निवासी भावना, पत्नी सिरीश आहिर ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार भावना अपने परिवार के साथ गांव में स्थित खेत के मकान में रहती हैं। देर रात करीब 11 बजे, दो अज्ञात व्यक्तियों ने घर का पिछला दरवाजा खटखटाया और खुद को शिव थाने का पुलिसकर्मी बताया। घर में दाखिल होते ही उन्होंने आधार कार्ड मांगा और तुरंत बाद पिस्तौल निकाल ली। आरोपियों ने परिवार को धमकाते हुए अलमारी खुलवाई और उसमें रखे सोने-चांदी के आभूषण और 5 लाख रुपए नकद लूट लिए। घटना के बाद, भावना की बेटी ने पुलिस को फोन कर सूचना दी।
सूचना मिलने के बाद शिव थानाधिकारी दिनेश लखावत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। घटना की गंभीरता को देखते हुए एएसपी जसाराम बोस और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। एफएसएल और डीएसटी टीमों ने सबूत जुटाए। पूरे शहर में तुंरत प्रभाव से ए श्रेणी की नाकाबंदी कर दी गई। जांच के दौरान जब पूछताछ की गई तो पता चला कि लूट करने वाला असली पुलिसकर्मी है।
आज सवेरे पुलिस ने कांस्टेबल जगदीश और उसके साथी मदन सिंह राजपुरोहित को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी लखा गांव के निवासी हैं। पुलिस ने बताया कि लूट की योजना में तीन अन्य लोग भी शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। एसपी नरेंद्र सिंह मीणा के निर्देशन में अलग.अलग टीमें बनाकर मामले की जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।