फ़िल्म की कहानी एक ऐसे शख़्स मंज़ूर अली ख़ान संजरी (अन्नू कपूर) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक से अधिक शादी करने और मज़हब की आड़ में जितने चाहे बच्चे पैदा करने में यकीन करता है। ऐसे में वो बीवियों को प्रताड़ित करने से भी नहीं चूकता है। मगर एक दिन उसके घर की औरतें ही उसके अत्याचार के ख़िलाफ़ जंग का ऐलान कर देती हैं और मामला अदालत तक जा पहुंचता है। फिर मजहब का दुरुपयोग कर आबादी बढ़ाने की नाजायज तरकीब पर एक नई किस्म की बहस छिड़ जाती है।
सोचने पर मजबूर करती फिल्म निर्देशक कमल चंद्रा ने हर किसी को सोचने पर मजबूर करने वाली एक ऐसी दिलचस्प और सशक्त फ़िल्म बनाई है कि जिसे किसी भी क़ीमत पर नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है। ‘हमारेबारह’ देख कर समझ आता है कि देश की जनसंख्या किस तेज़ी के साथ बढ़ रही है।
फिल्म में ये हैं कलाकार फ़िल्म में अन्नू कपूर ने किरदार को जिस शिद्दत के साथ जिया है, उससे आपको भी उनसे नफ़रत हो जाएगी। अन्नू कपूर की उम्दा अदाकारी इस फ़िल्म की जान है, जिसके लिए वो तारीफ़ के पूरी तरह से हक़दार हैं। फिल्म में अन्नू कपूर, पार्थ समथान, मनोज जोशी, अश्विनी कलसेकर, अभिमन्यु सिंह, पारितोष त्रिपाठी, अदिति भातपेहरी, अंकिता द्विवेदी, अदिति धीमान, शगुन मिश्रा जैसे एक्टर्स ने भूमिकाओं को बड़े ही रियलिस्टिक और सशक्त तरीके से निभाया है। फिल्म के निर्माता रवि गुप्ता, बिरेंदर भगत, संजय नागपाल और शिओ बालक सिंह हैं। वहीं कहानी और पटकथा राजन अग्रवाल की है। संगीतकार अन्नू कपूर, संदीप बत्रा और बिशाख ज्योति का है।
फिल्म उठाती तीखे सवाल ख़तरनाक ढंग से बढ़ती देश की आबादी और महज़ब की आड़ में औरतों को बच्चा पैदा करने वाली मशीन बनानेपर तीखे सवाल उठाने वाली फ़िल्म’हमारेबारह’ के हरेक फ़्रेम और हरेक सीन परकड़ी मेहनत की गई है। फ़िल्म के संवाद, पटकथा, गाने, संगीत, सिनेमाटोग्राफ़ी, एडिटिंग और निर्देशन तमाम पहलू फ़िल्म’हमारेबारह’ को उम्दा फ़िल्म में तब्दील करते हैं।