नहीं है कैंटीन की सुविधा
महासचिव वंशबहादुर सिंह के नेतृत्व में गए प्रतिनधिमंडल ने एचआरडीसी के महाप्रबंधक से मुलाकात कर मुख्य महाप्रबंधक के नाम दिए पत्र में बताया कि एचआरडीसी में करीब 50 कर्मचारी व अधिकारी कार्यरत हैं। इसके साथ ही लगभग 100 ट्रेनीज हर समय यहां पर ट्रेनिंग के लिए रहते हैं। इनके लिए यहां पर कैंटीन की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
नहीं मिलता कैंटीन दर पर नाश्ता और खाना
एचआरडीसी में प्लांट से एक-दो दिन के लिए ट्रेनिंग में आने वाले कर्मचारियों के लिए ही कैटरिंग की व्यवस्था है। इसके अलावा स्टाफ के लिए संयंत्र के अन्य कर्मचारियों की तरह कैंटीन दर पर नाश्ता व खाने की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण से एचआरडीसी के स्टाफ को व ट्रेंनीज को इस्पात भवन और प्लांट के अंदर के कैंटिनों में जाना पड़ता है। इससे स्टाफ के समय की बर्बादी तो होती ही है। उन्हें अत्यधिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। यूनियन ने कहा कि जल्द से जल्द यहां पर स्टाफ, ट्रेनिज के लिए कैंटीन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए,ताकि कर्मचारियों को कम दर पर नाश्ता, चाय और खाना मिल सके। साथ ही दूसरे कैंटीनों में जाने से समय बचेगा।
कर्मचारियों को मिल सके भोजन की सुविधा
महाप्रबंधक संजीव श्रीवास्तव ने इंटक प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि जल्द ही यहां के स्टाफ व प्रशिक्षण लेने वाले कर्मचारियों के लिए कैंटीन की व्यवस्था शुरू कराया जाएगा। इस दौरान इंटक यूनियन से महासचिव के अलावा पूरण वर्मा, किशोर प्रधान डी शंकर, विजय विश्वकर्मा, प्रबंधन से उपमहाप्रबंधक वाईएस जौहरी और सहायक प्रबंधक सैफद्दीन फजली मौजूद थे।