Gold Rate: मई का महीना शादियों से गुलजार रहेगा
प्रदेश में लगन सीजन का आगाज हो गया है। मई का महीना भी शादियों से गुजलार रहेगा। ऐसे में सोने के बढ़ते दाम लोगों को परेशान करेंगे। सराफा कारोबारियों का कहना है कि, भले ही सोने के दामों ने रिकॉर्ड कायम कर दिया है, लेकिन लगन के मद्देनजर बाजार में रौनक है। पिछले 6 महीनों में गोल्ड के दाम में 36,544 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। लास्ट क्वॉर्टर में सोने का दाम 68,700 रुपए था, जो अप्रैल मध्य में ही 96,800 पर पहुंच गया। फिलहाल, सोने के दामों में गिरावट की संभावना न के बराबर है। ऐसे में जिन लोगों ने निवेश की मंशा से गोल्ड की खरीदारी की थी, उनको सोना बड़ा रिटर्न दे रहा है। आखिर इतना क्यों बढ़ रहा है दाम
दुनिया भर में आर्थिक अनिश्चितता, जैसे मंदी की आशंका और शेयर बाजार की अस्थिरता सोने के दाम बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है। अमरीका द्वारा लगाए जा रहे ट्रैफिक से लेकर दुनियाभर में जारी वॉर भी गोल्ड प्राइज बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं, इसलिए इसकी मांग बढ़ जाती है, और कीमतें भी बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी के कारण भी भारत में सोने के दाम बढ़ रहे हैं।
यह भी तथ्य जानना जरूरी
पुरानी पीढ़ी भले ही जानती हो, लेकिन नई पीढ़ी को जानना जरूरी है कि साल 2001 में सोने के दाम अक्टूबर में 4300 रुपए प्रति तोला थे। साल 1996 में सोने का मूल्य 5,160 रुपए था, लेकिन इसमें गिरावट के बाद यह दाम लगातार कम होते रहे। उसके बाद आज तक गोल्ड के दाम में कभी भी भारी गिरावट का दौर नहीं दिखाई दिया।
जानिए…कब कितना महंगा हुआ सोना
2025 – 96,800 2024 – 73,200 2023 – 58,600 2022 – 52,950 2021 – 50,045 2020 -48,651 2019 – 35,220 2018 – 31,438 2017 – 29,667 (आंकड़े सराफा कारोबारी से प्राप्त)