बैरवा रविवार को नगर निगम सभागार में एमएलवी कॉलेज के पूर्व छात्रों के माणिक्य रत्न संगम एल्यूमिनी मीट समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय ने शिक्षा को केवल किताबों तक सीमित नहीं रखा बल्कि उसे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उतारा। महाविद्यालय में विद्या को धन नहीं, धर्म का रूप माना गया है।
पुराने संस्मरणों की यादों को किया ताजा प्रथम सत्र परिचय एवं संस्मरणों का हुआ। महाविद्यालय के सभी पूर्व छात्रों ने अपना नाम, अध्ययन वर्ष और वर्तमान व्यवसाय को साझा कर परिचय दिया। राजेंद्र गोपाल व्यास ने गीत गाया। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष विजयपालसिंह राठौड़, कुणाल ओझा एवं धर्मेंद्र नील, शैलेंद्र बोरदिया, जगदीश खटीक, गोपाल सैनी, दुर्गेश शर्मा, द्वारका प्रसाद अग्रवाल ने महाविद्यालय से जुड़े संस्मरण साझा किए। रावतभाटा अतिरिक्त जिला कलेक्टर विनोद मल्होत्रा, लादूलाल तेली, भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी अनिरुद्ध वैष्णव, मेजर राहुल ने भी विचार रखें। कार्यक्रम में देशभर से पूर्व छात्र-छात्राओं ने शिरकत की। इससे पूर्व डिप्टी सीएम बैरवा ने क्यारा के बालाजी रोड स्थित भीमराव अंबेडकर के स्मारक पर मूर्ति अनावरण किया।
देश के लिए यज्ञ कर रहे मोदी कार्यक्रम के मुख्य वक्ता उड़ीसा सांसद संबित पात्रा वर्चुअल रूप से कार्यक्रम से जुड़े। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निजी काम के लिए यज्ञ नहीं कर रहे है। देश के लिए यज्ञ कर रहे है। उनका मकसद केवल मात्र इतना ही है कि भारत एक विकसित राष्ट्र बने और निरंतर आगे बढ़े। उनके इस यज्ञ में हम सभी अपनी आहुति दें, तभी यज्ञ पूर्ण होगा और 2047 तक हम विकसित भारत के नागरिक कहलाएंगे। संघ वरिष्ठ प्रचारक कैलाश शर्मा, सांसद दामोदर अग्रवाल, विधायक अशोक कोठारी, महापौर राकेश पाठक, पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर, उद्योगपति पंकज ओस्तवाल, द्वारका प्रसाद मंगल ने भी विचार रखें। प्राचार्य राजकुमार चतुर्वेदी एवं कार्यक्रम संयोजक काश्मीरभट़्ट ने उपमुख्यमंत्री समेत सभी से भीलवाड़ा में विश्वविद्यालय की स्थापना करवाने का आग्रह किया।
30 छात्रों का सम्मान: महाविद्यालय के पूर्व छात्र रहे रामपाल शर्मा, श्यामसुंदर भट्ट, शंकर लाल माली, आनंदीलाल वैष्णव, अनिरुद्ध वैष्णव, ओम नाराणीवाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री कालू लाल गुर्जर सहित 30 पूर्व छात्रों को अभिनंदन पत्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। आरंभ में वीर रस के कवि योगेंद्र शर्मा ने कविता प्रस्तुत की।