व्यापारी व धनी वर्ग निशाना व्यापारियों के साथ एआइ आधारित फॉरेक्स ट्रेडिंग का झांसा देकर मोटे मुनाफे का वादा किया जाता है। भीलवाड़ा के एक व्यापारी से 20 लाख का निवेश करवा पूरी राशि हजम कर ली। इसमें अधिक मासिक रिटर्न का लालच देकर व्यापारी को फंसाया गया। केवल फर्जी ऐप पर हर माह 5-10 प्रतिशत मासिक आय दिखाई जाती है, लेकिन पैसे वापस लेने के नाम पर देश से बाहर अमरीका के खाते में राशि डालने की बात कर बहाने करते हैं। इस तरीके से निवेश करवा कर अंत में राशि वापस नहीं दी जा रही। क्योंकि विदेशों में बैंक खाता खुलवाने के लिए वहां का नागरिक होना जरूरी है। जो भारतीयों के लिए संभव नहीं है।
धोखाधड़ी के तरीके
- एमएलएम और नकली डोमेन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी में निवेश करवाते हैं।
- निवेश की राशि को विदेशी खातों में स्थानांतरित करते हैं।
- बिना अनुमति के यूएसडीटी (अमरीका डॉलर टेथर) में निवेश करते हैं, जो भारत में वैध नहीं है।
धोखाधड़ी के मामले
- भीलवाड़ा के शास्त्रीनगर व कपड़ा व्यापारी ने फॉरेक्स ट्रेडिंग में 30 लाख का निवेश किया। जब यह राशि बढ़कर मुनाफा समेत 50 लाख हो गई तो निवेशक ने राशि निकालने की मांग की तो उसने बताया कि यह राशि अमरीका के बैंक के माध्यम से निकलेंगी। वहां खाता खुलवाना पड़ेगा। यह सुन “व्यापारी के पैरों तले जमीन” खिसक गई। क्योंकि वह अमरीका जाकर अपना खाता नहीं खुलवा सकता। इसके चलते 30 लाख का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
- श्रीगंगानगर में एक गिरोह ने फर्जी फॉरेक्स और क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से 5,000 से अधिक लोगों को 21 करोड़ का आर्थिक नुकसान पहुंचाया। गिरोह ने निवेशकों को उच्च रिटर्न का वादा किया और नकली ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए धोखाधड़ी की।
- मुंबई में एक फर्जी फॉरेक्स ट्रेडिंग कंपनी ने 51 निवेशकों से 4.63 करोड़ की धोखाधड़ी की। कंपनी ने निवेशकों को आकर्षक रिटर्न का झांसा देकर उनके पैसे हड़प लिए।
बरतनी होगी सावधानी
देश में फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम से आमजन धोखाधड़ी हो रही है। ऐसे में केवल आरबीआई और एसबीआई की ओर से मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म का उपयोग करना चाहिए। निवेश से पहले प्लेटफॉर्म की प्रामाणिकता की जांच करें।
– सीए सोनेश काबरा, साइबर लॉ एक्सपर्ट