अपने संबोधन में सीएम ने कहा- स्वामी विवेकानंद की जयंती पर प्रदेश में युवाओं के कल्याण के लिए युवा शक्ति मिशन योजना की शुरुआत की है। हमारा संकल्प है, जब तक युवा को काम नहीं तब तक हमें आराम नहीं। हम युवाओं को सम्मानपूर्वक रोजगार देने के साथ ही स्वावलंबी और सामर्थ्यशाली बनाना चाहते हैं। प्रदेश में 2 लाख 70 हजार सरकारी पदों पर भर्ती की जाएगी। साथ ही निजी क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में रोजगार सृजन हो रहा है। प्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, महानगरों में रोड-शो, खनन कॉन्क्लेव और यूके-जर्मन के जरिए 4 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। आगामी 16 तारीख को शहडोल में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव होगी।
मिशन के तहत काम करेगी सरकार- CM
युवा शक्ति मिशन के तहत अगले 3 साल में प्रदेश के 70 फीसदी युवाओं को रोजगार की व्यवस्था कराने का टारगेट सेट किया गया है। सीएम मोहन ने कहा कि ‘युवाओं के सपने होते हैं- कोई खिलाड़ी बनना चाहता है तो कोई कलाकार। सरकार युवाओं के इन सपनों को पूरा करने के लिए मिशन के तहत काम करेगी। सरकार के सभी विभाग इसे मिशन मानकर काम करेंगे, ताकि एकरूपता के साथ मिलकर सभी विभाग काम कर सकें। युवाओं को नई दिशा देने के लिए उन्हें प्रशिक्षण और सुविधाएं दी जाएंगी। युवाओं से संवाद भी किया जाएगा। उनकी क्षमता और योग्यता के अनुसार उन्हें किस क्षेत्र में जाना चाहिए। साथ ही उसकी पूरी ट्रेनिंग की व्यवस्था भी सरकार करेगी।
2028 तक 70% युवाओं को रोजगार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन ने कहा कि “आज का जमाना लर्निंग प्रशिक्षण का है. हम सिर्फ सरकारी नौकरी या कारखाना लगाकर रोजगार उपलब्ध नहीं करा रहे, बल्कि युवा किसी दूसरे क्षेत्र में कैसे बहुत अच्छा कर सकता है, उसमें हम सहायक बनेंगे. इसलिए लक्ष्य तय किया है और उसकी समय सीमा भी तय की गई है. 2028 तक का संकल्प किया है कि 70 फीसदी से ज्यादा युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे।
‘सिर्फ डिग्री और सर्टिफिकेट लेकर जीवन धन्य नहीं होगा’
भोपाल के रवीन्द्र भवन में मुख्यमंत्री ने युवा शक्ति मिशन लांच किया। इस दौरान इसका एक पोर्टल भी लांच किया गया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि “युवा वर्ग को दिशा देने की जरूरत है, उसकी क्या दिशा हो ये तय करना होगा। सिर्फ कागज की डिग्री, सर्टिफिकेट लेकर हमारा जीवन धन्य हो जाएगा, ये सोचना थोड़ा असंभव बात है।