मंगलवार सुबह 9 बजे इस भीषण हादसे से कई किलोमीटर दूर तक लोग दहल गए। यह फैक्ट्री गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा कस्बे में धुनवा रोड पर है। 18 शव निकाले जा चुके हैं और 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के वक्त वहां 30 मजदूर काम कर रहे थे।
यह भी जानकारी आ रही है कि हादसे में मृतक और घायल मजदूर मध्यप्रदेश के निवासी हैं और सभी दो दिन पहले ही मजदूरी के लिए गए थे। यह मजदूर एमपी के किस जिले के रहने वाले हैं वहां का प्रशासन मृतकों की पहचान में जुटा हुआ है। बनासकांठा की एसडीएम नेहा पांचाल के मुताबिक धमाके के कारण फैक्ट्री का स्लैब गिर गया, जिस कारण काफी लोग भीतर ही रह गए। बचाव कार्य किया जा रहा है।
कैसे हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से यह हादसा हुआ। इसके बाद फैक्ट्री में भीषण विस्फोट शुरू हो गए। विस्फोट इतने तीव्र थे कि आसपास के खेतों तक लाश के चीथड़े बिखर गए थे। धमाके इतनी तेज थे कि कई किलोमीटर दूर तक धमाके से लोग दहशत में हैं।
फैक्ट्री मालिक फरार
यह फैक्ट्री खूबचंद सिंधी नामक व्यक्ति की है। उसके पास पटाखा बेचने का लाइसेंस था, जबकि घटना के वक्त पटाखे बनाए भी जा रहे थे। विस्फोट के बाद फैक्ट्री मालिक फरार हो गया है। जिस फैक्ट्री में धमाके हुए उसका नाम दीपक ट्रेडर्स है।
हरदा जिले के हंडिया में मातम
इस घटना में मरने वाले मजदूर हरदा जिले की हंडिया तहसील के रहने वाले थे। इस घटना से हंडिया तहसील में मातम पसर गया। घटना की सूचना मिलने के बाद हंडिया प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी प्रभावित परिवारों के पास पहुंचे और मृतकों के संबंध में जानकारी ली। 16 मृतकों के नाम सामने आ गए हैं।
मृतकों की लिस्ट
प्रशासन ने मृतकों की जो सूची तैयार की है उनमें गुड्डी बाई पत्नी भगवान सिंह (35), विजय पिता भगवान सिंह (16), अजय पिता भगवान सिंह (15), कृष्णा पिता भगवान सिंह (12), राकेश पिता बाबूलाल (30), डॉली बाई पत्नी राकेश (25), किरण पत्नी राकेश (45), नैना पुत्री राकेश (3), विष्णु पिता सत्यनारायण (22), राकेश पिता सत्यनारायण (23), बिट्टू पिता सत्यनारायण (12), सुरेश पिता अमर सिंह (26), बबीता पत्नी संतोष (36), धनराज पिता संतोष (18), संजय पिता संतोष (12) सभी निवासी हंडिया तहसील मुख्यालय के हैं। जबकि विजय पिता रामदीन काजवे (23) हंडिया तहसील के मालपौन गांव का निवासी है।
हरदा में भी हो चुका है भीषण विस्फोट
6 फरवरी 2024 को मध्यप्रदेश के हरदा में भी ऐसा ही भीषण विस्फोट हुआ था, जिसने 13 लोगों की जान ले ली थी। इस दौरान 300 लोग घायल भी हुए थे, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं। आसपास के 60 मकान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे। आज भी हरदा की इस फैक्ट्री के आसपास का इलाका बंजर है और लोग अपने ही घरों में नहीं रह पा रहे हैं। कई परिवार आज भी शिविर में रह रहे हैं।
सीएम मोहन यादव ने दुख व्यक्त किया
इधर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि गुजरात के बनासकांठा स्थित पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट से मध्यप्रदेश के श्रमिकों की असामयिक मृत्यु तथा गंभीर घायल होने का दुखद समाचार अत्यंत हृदयविदारक है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहन संवेदना व्यक्त करता हूं। प्रदेश सरकार घायल श्रमिकों व मृतकों के परिजनों की हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है। दुर्घटना के संबंध में गुजरात सरकार के साथ सतत संपर्क किया जा रहा है। बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं की शांति, शोकाकुल परिजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति तथा घायलों को त्वरित स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।