ऐसे खुली पोल
विभागीय अधिकारियों ने बुधवार को शुभारंभ का प्रचार-प्रसार किया। इस दौरान उन्होंने कहीं भी जल दर्पण पोर्टल की लिंक और कॉल सेंटर के नंबर का जिक्र नहीं किया। पत्रिका ने छानबीन की तो कहीं भी पोर्टल और नंबर नहीं मिला।
टॉप टेन जिले: कुल ग्रामीण परिवारों में से कितने प्रतिशत को मिल रहा नल से जल
जिला – परिवार – प्रतिशत इंदौर – 1,95,671- 99.94 बालाघाट – 3,68,247 – 96.69 हरदा – 97,359 – 96.56 बैतूल – 2,64,798 – 91.21 झाबुआ – 1,96,798 – 89.24 दतिया – 1,05,750 – 88.75 ग्वालियर – 1,09,847 – 87.33 नरसिंहपुर – 2,13,085 – 87.06 खंडवा – 2,35,055 – 85.69 खरगोन – 3,46,597 – 85.30
(स्रोत: ejalshakti)
जनता ढूंढ़ती रही पोर्टल का पता
पोर्टल और कॉल सेंटर का शुभारंभ पेयजल योजनाओं की निगरानी, हितग्राहियों की समस्याओं के समाधान के लिए किया गया है, लेकिन जनता इंटरनेट पर पोर्टल और कॉल सेंटर का नंबर ढूंढ़ती रही। आदित्य सिंह ने कहा कि अफसरों ने जनता के साथ गलत किया है।
ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य
मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है, जहां जल जीवन मिशन की पूर्ण योजनाओं की गतिविधियों का स्वत: फीडबैक लेने की व्यवस्था की गई है। इससे जल आपूर्ति योजनाओं की अपडेट स्थिति का डाटा सुलभ होगा।
प्रमुख अभियंता डाल रहे गलतियों पर पर्दा
पत्रिका के सवाल पर विभाग के प्रमुख अभियंता केके सोनगरिया ने कहा कि कॉल सेंटर के नंबर और पोर्टल की लिंक के लिए एप्लाईकर रखा है। पांच-सात दिन मेंकाम हो जाएगा।
जानें फैक्ट्स
–111.77 लाख ग्रामीण परिवारों में से 77.12 लाख परिवारों (69त्न) को नल से जल प्रदान करने का दावा – देश का पहला ‘हर घर जल’ जिला बनने का गौरव बुरहानपुर को – निवाड़ी जिला ‘हर घर जल’ जिला घोषित –
इंदौर जिले के सभी ग्रामीण परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराने का काम अंतिम चरण में।
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