टीमें ऐसे करेंगी काम
साइबर की एक टीम प्रदेश में तो दूसरी प्रदेश के बाहर के मामलों तक भी पहुंचेगी। यदि साइबर ठगों ने किसी खाते में रुपए डाले तो पीडि़त की शिकायत के बाद ठगों के पैसे निकालने से पहले पुलिस उस खाते को फ्रीज करती है। ऐसे खातों को भी टीमें अनफ्रीज कर लोगों को राहत देगी।ठगी रकम की रिकवरी का रेशो 10 प्रतिशत से कम
साल | ठगी राशि | होल्ड राशि | प्रतिशत |
2021 | 11 करोड़ | 70 लाख | 6.38 |
2022 | 45 करोड़ | 2.15 करोड़ | 4.76 |
2023 | 200 करोड़ | 14.66 करोड़ | 7.44 |
2024 | 285 करोड़ | 36.04 करोड़ | 9.34 |
पीड़ितों को फोन कर बुला रही है पुलिस
विदिशा एसपी रोहित काशवानी ने बताया, पीडि़तों को पुलिस फोन कर बुला रही है। कोर्ट में आवेदन दिलवाती है। फिर ठगी गई राशि दिलाने में मदद करती है। अभी 10-25 हजार तक की ठगी के 40 केस चिह्नित किए हैं।विदिशा पुलिस की सकारात्मक पहल
मिशन मनी बैक अभियान को लेकर विदिशा पुलिस ने 10 मार्च से 25 अप्रेल तक महज 45 दिनों में 39 प्रकरणों में 1.10 करोड़ पीडि़तों के खाते में वापस दिलाए। 34 मामलों में कोर्ट के आदेश से 1.07 करोड़ रुपए वापस मिले। यानी, 73 मामलों में कुल 2.76 करोड़ रुपए आवेदकों को वापस लौटाई गई।-प्रणय नागवंशी, एसपी, स्टेट साइबर सेल