झाबुआ से विधायक विक्रांत केंद्रीय मंत्री रहे कांतिलाल भूरिया के बेटे हैं और कांग्रेस ने उन्हें हाल में ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया है।
128 लोगों को 24 लाख रुपए का भुगतान
शिकायतकर्ता ने राज्यपाल को की शिकायत में जो दस्तावेज लगाए हैं उनके मुताबिक 2019 से 2024 तक 128 लोगों को 24 लाख 21 हजार रुपए का भुगतान करना सामने आया है। इस मामले में विधायक के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग भी गई है। बताया गया है कि स्वेच्छानुदान में जिनका राशि दी गई उनमें से अधिकांश धनाढ्य लोग हैं या फिर व्यापारी।
किन्हें दी राशि
रूपेश, चेतना, विक्की सकलेचा, सतीश नहार, राजेन्द्र कुमार, अक्षत, सुनील, सरिता जैन, हुसैनी बोहरा, अब्दुल बोहरा, डॉ. दिनेश गाहरी, गोपाल, भारतलाल ये सभी धनाढ्य व व्यापारी हैं। प्रमोद, अर्पिता, सारिका श्रीवास्तव, जुवान, सूरज, बदिया डामोर, शुभम, राजेश राव, योगेन्द्र, राजू, रेखा, अन्तर भूरिया, रोहित, प्रियांशु, पीयूष हटिला, अक्षय, दिपिका, अमित, रवीना हटिला, मुन्ना, प्रमिला डामोर, राकेश, मनीष गुप्ता, चादनी, पासु ताहेड, नन्दिनी, सचिन, राधा, वर्षा बामनिया, संजय, पीडू, रालू, राहुल ये व्यापारियों व विधायक दतर के कर्मी-परिवार। प्रियांश, पीयूष हटिला को तीन बार, अक्षय, शुभम, रूपेश, सतीश, राजेन्द्र, गोपाल, योगेन्द्र, राजू, रेखा, अन्तर को एक साल में दो-दो बार लाभ पहुंचाया गया। – विधायक एवं पूर्व विधायक द्वारा व्यापारियों से उनकी दुकानों से निजी उपयोग घरेलू उपयोग तथा कार्यालय उपयोग के लिए सामग्री खरीदी गई और होर्डिंग, टेन्ट आदि पार्टी कार्य₹म के लिए लगाए गए। इस कारण टेन्ट व्यापारियों के बैंक खातो में स्वेच्छानुदान की राशि डाली गई है।
– भारतलाल होटल मालिक है, जिनका होटल विधायक वि₹ान्त भूरिया एवं कान्तिलाल भूरिया के कार्यालय से 100 मीटर की दूरी पर है, भारतलाल को चार महीने के भीतर दो बार में 35 हजार रुपए दिए। यह ट्रांजेक्शन 2023 में हुआ।
आरोप निराधार हैं
मैंने विधायक स्वेच्छानुदान से जो भी राशि दी है वह सभी जरूरतमंद लोगों को दी गई है। राशि का कहीं कोई दुरुपयोग नहीं किया गया है। मेरे खिलाफ किसने और क्या शिकायत की है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। आरोप निराधार हैं। – विक्रांत भूरिया, विधायक झाबुआ