दरअसल, आरोपी इश्तिहाक अहमद ने अमन बनकर महिला सब इंस्पेक्टर से कुछ साल पहले शादी की। जब पीड़िता को पता चला कि हिंदू नहीं इस्तिहाक अहमद है। तो पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ खाने में एफआइआर दर्ज करवाई। महिला रायसेन जिले सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ है।
इस पूरे मामले पर रायसेन जिले के एसपी पंकज पांडे ने बताया है कि फरियादी महिला सब इंस्पेक्टर की भोपाल में आरोपी से मुलाकात हुई थी, जिसने अपना नाम अपने बताया भोपाल के जहांगीराबाद में एक कैफे चलाता था। उस वक्त फरियादी आरक्षक थी और सब इंस्पेक्टर की परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
मदद का बहाना बनाकर प्यार के जाल में फंसाया
उस दौरान आरोपी ने उसको मदद का भरोसा दिया था। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। बाद में फरियादी ने एसआइ की परिक्षा पास की। 2020 में पीड़िता के घर पर पति के नाम से एक लेटर आया तब पता बाकि पति का नाम अमन नहीं इस्तिहाक अहमद है। शादी और बच्चा होने से आरोपी के साथ रहने को मजबूर थी लेकिन जब आरोपी मारपीट करने लगा तो यह अलग रहने लगी। फरवरी 2025 को आरोपी रायसेन जिले में रह रही पीड़ित के घर पहुंचा और उसके मारपीट की। इसके बाद पीड़िता ने थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने घरेलू हिंसा के तहत मामला दर्ज लिया था। जांच के बाद धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।