नैनोकंपोजिट से बना जनरेटर
डायरेक्टर डॉ. अवनीश कुमार श्रीवास्तव, वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार गुप्ता और देश भर के 10 शोधार्थी छात्रों ने 2017 में रिसर्च शुरू किया। डॉ. अवनीश ने बताया, पीजोइलेक्ट्रिक नैनोजनरेटर ऊर्जा-संचय उपकरण है। यह नैनो-संरक्षित पीजो इलेक्ट्रिक सामग्री से प्रक्रिया कर बाहरी गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है। ये भी पढ़ें:
‘थार’ दो तभी बारात लेकर आऊंगा…’ दुल्हन करती रही इंतजार, अब लेगी बदला ! ऐसे बनेगी बिजली
कुछ पदार्थों जैसे जिंक ऑक्साइड, 2डीएमओएस-2, पीवीडीएफ, ग्राफीन, बोरोफिन आदि में दबाव और घर्षण से निगेटिव व पॉजिटिव चार्ज पैदा होता है। एम्प्री ने इन पदार्थों से नैनोकंपोजिट (मटेरियल) बनाया है। इसी मटेरियल से मोबाइल स्क्रीन, कम्प्यूटर की-बोर्ड, जूते के लिए चिप बनेंगे। फिर जैसे ही कोई की-बोर्ड पर काम करेगा, यह उसे विद्युत ऊर्जा में बदल देगा।