बिना जहर का होता है ये सांप
वन्यप्राणियों के संरक्षण के लिए काम कर रहे पदाधिकारियों के मुताबिक यह जहरीला नहीं होता है, वहीं बाकी सांपों के मुकाबले सुस्त होता है। इसके अस्तित्व पर ही संकट गहरा गया है। कामोत्तजक दवाओं के लिए तस्करी, सक्रिय है गिरोह: सेंड बोआ सांप को कामोत्तजक दवाओं के लिए कारगर माना जाता है। इसके चलते विदेशी बाजार में इसकी डिमांड है। डेढ़ से दो करोड़ तक में विदेशों में इसे खरीदने की बात आई है। इसी लालच में तस्करी होती है।
अभी अजगर से लेकर रसैल वायपर(Russell Viper) तक स्नैक सेंटर में: वन विहार के स्नैक पार्क में अभी जहरीले और बिना जहर वाले दोनों तरह के सांप हैं। इनमें अजगर, रसैल वायपर सहित दूसरी प्रजातियां शामिल हैं। किंग कोबरा यहां रेस्क्यू कर लाया गया था लेकिन सैलानियों को देखने नहीं छोड़ा गया है।
अब किंग कोबरा भी देख सकेंगे सैलानी
सबसे जहरीले सांपों(poisonous snakes) में से एक किंग कोबरा को लोेग जल्द ही वन विहार(Van Vihar) में देख सकेंगे। इसे कर्नाटक से लाया जाएगा। इसके लिए सभी अनुमतियां हो चुकी है। वन विहार के अधिकारियों ने बताया स्नैक पार्क के पास इसे डिस्प्ले करने सेटअप तैयार किया जा रहा है। दुर्लभ सांपों की यहां ब्रीड़िंग कराई जाएगी। संख्या बढ़ने पर उन्हें जंगल में छोड़ा जाएगा। वन विहार में दुर्लभ प्रजाति के जीवों को संरक्षण दिया जा रहा है। यहां सेंड बोआ है ये दुर्लभ प्रजाति का सांप है। जल्द ही किंग कोबरा को भी लाया जा रहा है। इसे रखने स्ट्रक्चर तैयार हो रहा है। सैलानी इसे देख सकेंगे। – अवधेश मीणा, संचालक वन विहार