ये भी पढें – एमपी में आईटी की बड़ी रेड, जंगल से 52 किलो सोना जब्त कार पर आरटीओ का मोनो भी है। विभाग ने रात 12 बजे कार्रवाई की और 11 घंटे बाद शुक्रवार को बैंक खुलते सुबह 11 बजे रुपए और सोना लॉकरों में रखवा दिए। शाम तक जब्त इस संपत्ति पर दावेदारी के लिए कोई भी सामने नहीं आया है। विभाग रातीबड़ से मेंडोरी तक लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहा है।
अफसरों को आशंका है कि जिन बिल्डरों के यहां छापेमारी(Bhopal IT Raid) चल रही है, उन्होंने ही अकूत काली कमाई को ठिकाने लगाने के लिए कार में रखी थी। लेकिन उनके पैंतरे काम नहीं आए, मुखबिरी सूचना पर आयकर ने 52 करोड़ (सोना और नकदी) जब्त की। इधर, तीन दिन की कार्रवाई के दौरान आयकर ने बिल्डरों के यहां से 10 करोड़ नकद, 24 लॉकर, कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज जब्त किए हैं।
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आयकर विभाग जिन बिल्डरों के यहां छापामार कार्रवाई कर रहा है, उनके प्रशासनिक अफसरों से भी संबंध है। इसमें एक पूर्व मुख्य सचिव तक का शामिल होने की बात कही जा रही है। आयकर विभाग ये भी देख रहा है कि शहर से बाहर कार में सोना और रुपए भेजने में किसी बिल्डर का हाथ है या किसी अफसरान ने ही सोने और रुपए शहर से बाहर भेजे।
कम्प्यूटर ने खोले राज, लॉकरों में ज्यादा जेवर
शहर में 49 ठिकानों पर चल रही कार्रवाई के दौरान बिल्डर के कर्मचारी के कम्प्यूटर की जांच में नकद लेन-देन से लेकर प्रॉपर्टी की खरीदी-बिक्री की अहम जानकारी भी विभाग को मिली है। अब तक करीब 10 करोड़ नकद और 24 लॉकर समेत प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री के कई दस्तावेज मिले हैं। इनमें से कई बेनामी भी हैं। अधिकारिक सूत्रों का कहना है, जो लॉकर मिले हैं, उन्हें खोला जा रहा है। लॉकर में तय मात्रा से ज्यादा जेवरात मिल रहे हैं। इसका आकलन भी किया जा रहा है।