चिंताजनक स्थिति यह है कि 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं अर्ली मेनोपॉज को छिपाती हैं। 70 प्रतिशत ने इसका कोई इलाज ही नहीं करवाया। इसकी वजह से युवा महिलाओं में भी दिल की बीमारियों और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ गया है।
यह लक्षण दिखें तो सचेत
ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार 40 की उम्र से पहले मूड स्विंग, हॉट फ्लैश, जोड़ों में दर्द, वजाइनल ड्राइनेस, फिजिकल रिलेशन की इच्छा न होना, उदासी, नींद की कमी और बाल झडऩे जैसी समस्याएं दिखें तो तुरंत अलर्ट हो जाएं।
यह भी कारण
कई बार मेनोपॉज जल्दी होने की वजह यदि ओवरी निकाल दी गई है, ओवरी में सिस्ट या ओवरी में कैंसर है तब भी 40 की उम्र से पहले मेनोपॉज हो सकता है।
क्या करें
अर्ली मेनोपॉज से बचने के लिए महिलाएं डाइट और फिटनेस पर ध्यान दें। लाइफस्टाइल सुधार कर और तनाव से दूर रहकर इस समस्या से बचा जा सकता है। ये है गंभीर स्थिति
● 10 प्रतिशत-गंभीर अवसाद ● 16 प्रतिशत-मध्यम स्तर का अवसाद ● 40 प्रतिशत-मेनोपॉज के बाद हल्का अवसाद ● 70 प्रतिशत- मानसिक परामर्श नहीं लिया मेनोपॉज केवल गर्भाशय से संबंधित नहीं है। माहवारी का मुख्य कारण एस्ट्रोजन हार्मोन है। यह शरीर के हर अंग के लिए जरूरी है। यदि 40 साल की उम्र में मेनोपॉज हो गया तो ये खतरे का संकेत है। अर्ली मेनोपॉज के लक्षण कुछ महिलाओं में दिखते हैं। कुछ में नहीं। चिड़चिड़ापन, बार-बार पसीना आना, नींद न आना, अचानक वजन बढऩा इसके कुछ लक्षण हैं। अर्ली मेनोपॉज ऑस्टियोपोरोसिस, हार्ट प्रॉब्लम और याददास्त व त्वचा में बदलाव जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।- डॉ. प्रिया भावे चित्तावर, गायनकोलॉजिस्ट