देशनोक रेलवे स्टेशन में प्रवेश करते ही करणी माता मंदिर की पेंटिंग तैयार की गई है। जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि स्टेशन भवन निर्माण में राजस्थान की शैली का उपयोग किया गया है। देशनोक स्टेशन के वास्तु में करणी माता मंदिर की झलक मिल रही है। यहां जोधपुर के पत्थर और राजस्थानी कलाकृतियों का उपयोग हुआ है।
देशनोक स्टेशन के सामने दुकान पर मिले बालकिशन भार्गव ने बताया कि कितनी खुशी की बात है प्रधानमंत्री देशनोक आ रहे है। इससे भी बड़ी बात है अब ट्रेनें रुकेगी, लोगों को सुविधा मिलेगी। करणी माता का मंदिर है, ऐसे में हर ट्रेन का यहां ठहराव होना चाहिए। मनोज पंचारिया ने कहा कई सालों से है दुकान है। पहले स्टेशन छोटा था, हाईटेक बन गया है। सुविधाएं बढ़ेगी तो यात्री भी बढ़ जाएंगे।
देशनोक रेलवे स्टेशन पर जल्द ही दूसरा प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा। डीआरएम के अनुसार दूसरे प्लेटफार्म का टेंडर हो गया है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। एक साल में बनकर तैयार हो जाएगा। कुछ ट्रेनों के ठहराव को लेकर मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। लम्बी दूरी की ट्रेनों को लेकर विचार किया जाएगा।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित देशभर के 1300 से अधिक स्टेशनों में से 103 बनकर तैयार हुए हैं। इनमें राजस्थान के बूंदी, माण्डल-गढ़, देशनोक, गोगामेड़ी, गोविंदगढ़, मण्डावर-महुवा रोड, फतेहपुर शेखावाटी और राजगढ़ शामिल हैं। 75 करोड़ से अधिक की लागत से इन स्टेशनों में सुविधाओं का विस्तार किया गया है।
सभी स्टेशनों को हाईटेक करने के साथ भवन को हेरिटेज लुक दिया गया है। भव्य प्रवेश द्वार, हाई मास्ट लाइटिंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, मॉर्डन टॉयलेट और दिव्यांगजन के लिए रैंप जैसी सुविधाएं हैं। प्लेटफॉर्म पर शेल्टर, कोच इंडिकेशन सिस्टम और सूचना के लिए डिजिटल डिसप्ले लगाए गए हैं। देशनोक स्टेशन के निर्माण पर 14.18 करोड़ रुपए लागत आई है।