गोपाल बिस्सा बताते हैं कि गर्मी को देखते हुए शादियों में खान-पान के मेन्यू में भी काफी बदलाव देखने को मिला है। ठंडी वस्तुओं की डिमांड बढ़ी है। इसमें तीन दिन तक चलने वाले कार्यक्रमों में सुबह की शुरुआत केरी पानी से हो रही है। इसके बाद ठंडे पेय पदार्थ जिसमें शरबत, पाइनेपल शेक, लस्सी सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। खाने में भी दूध से बनी ठंडी मिठाइयों का उपयोग सबसे अधिक है। मुमताज अली मीर की मानें, तो 30 अप्रेल को शादियों का अबूझ मुहूर्त होने की वजह से केटरिंग, शेरवानी, आर्टिफिशियल ज्वेलरी की खासतौर से एडवांस बुकिंग है। इसके अलावा पारंपरिक और हल्की ज्वेलरी की डिमांड भी काफी बढ़ी है।