इसी दौरान अंशु का पैर फिसल गया और वह कुएं में गिर पड़ा। बेटे को गिरते देख कैलाश ने उसे बचाने कुएं में छलांग लगा दी। लेकिन कुएं की गहराई और उसमें मौजूद पानी के कारण दोनों ही बाहर नहीं निकल सके। कुएं की गहराई लगभग 25 फीट है और उसमें लगभग 5 फीट तक पानी भरा हुआ है। घटना की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों ने तुरंत सीपत थाना पुलिस को सूचना दी। शाम 7 बजे के करीब पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से शवों को बाहर निकाला गया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
मां को नहीं थी हादसे की भनक
घटना के समय कैलाश की पत्नी घर के भीतर आराम कर रही थीं। जैसे ही ग्रामीणों ने शोर मचाया और मौके पर भीड़ जमा हुई, तब जाकर उन्हें इस
दर्दनाक हादसे की जानकारी मिली। बेटे और पति दोनों की एक साथ मौत ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। गांव में भी इस हादसे के बाद मातम का माहौल है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर टिकी जांच
सीपत थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर तीन संभावित कारण सामने आ रहे हैं। कुएं में मौजूद जहरीली गैस, करंट का प्रभाव या फिर सीधे डूबने से मौत। इनमें से किसी एक वजह के चलते दोनों की सांसें थम गईं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही दोनों की मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा।