Vijay Devarkonda Controversy: तेलुगू अभिनेता विजय देवरकोंडा हाल ही में हैदराबाद में फिल्म ‘रेट्रो’ के ऑडियो लॉन्च इवेंट में अपने एक बयान को लेकर विवादों में आ गए। कार्यक्रम में उन्होंने कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए टिप्पणी की, जिसे कई लोगों ने आदिवासी समुदाय के प्रति आपत्तिजनक माना।
इस टिप्पणी के बाद अभिनेता के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं जनजाति (SC/ST) अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद के वकील लाल चौहान ने एसआर नगर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई।
ट्रोलिंग और विवाद बढ़ने के बाद विजय देवरकोंडा ने सोशल मीडिया पर एक लंबा स्पष्टीकरण जारी किया। उन्होंने लिखा, “यह मेरे ध्यान में आया है कि रेट्रो ऑडियो लॉन्च कार्यक्रम के दौरान मेरे द्वारा किए गए एक कमेंट से कुछ लोगों को ठेस पहुंची है। मेरा किसी भी समुदाय, विशेष रूप से अनुसूचित जनजातियों को चोट पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। मैं सभी समुदायों का गहरा सम्मान करता हूं।”
‘भारत की एकता’ पर दिया था बयान
देवरकोंडा ने अपने स्पष्टीकरण में कहा कि वे भारत में एकता की बात कर रहे थे, न कि किसी समुदाय के खिलाफ टिप्पणी कर रहे थे। उन्होंने लिखा, “मैं यह कह रहा था कि भारत एक है, हमारे लोग एक हैं, और हमें एकजुट होकर आगे बढ़ना चाहिए। मैं भारतीयों के किसी भी समूह के खिलाफ भेदभाव करने की कल्पना भी नहीं कर सकता।”
‘जनजाति’ शब्द के इस्तेमाल पर दी सफाई
अपने शब्दों के चयन पर बात करते हुए अभिनेता ने स्पष्ट किया कि उन्होंने ‘जनजाति’ शब्द का उपयोग ऐतिहासिक और डिक्शनरी सेंस में किया था, न कि भारतीय अनुसूचित जनजातियों के संदर्भ में। उन्होंने लिखा,”मैं उस समय की बात कर रहा था जब मानव समाज विश्व स्तर पर जनजातियों और कुलों में संगठित था। इसका SC/ST वर्गीकरण से कोई संबंध नहीं था।”
अंत में देवरकोंडा ने उन सभी से माफी मांगी जिन्हें उनके बयान से ठेस पहुंची। उन्होंने कहा,”अगर मेरे शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं ईमानदारी से क्षमा चाहता हूं। मेरा उद्देश्य हमेशा शांति, प्रगति और एकता को बढ़ावा देना रहा है। मैं अपने मंच का उपयोग समाज के उत्थान के लिए करता हूं, न कि विभाजन के लिए।”