बिरला ने कहा कि बूंदी जिले के तालेड़ा क्षेत्र में नए औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने के लिए पानी की उपलब्धता के संबंध में कार्य योजना बनाई जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि चम्बल-भीलवाड़ा पेयजल परियोजना में एक एमएलडी पानी बढ़ाया जाए ताकि बरड़ क्षेत्र में पेयजल की किल्लत नहीं रहें। उन्होंने बूंदी शहर में सुचारू जलापूर्ति के लिए चम्बल-बूंदी परियोजना में भी एक एमएलडी पानी की बढ़ोतरी करने को कहा ताकि बूंदी शहर के साथ-साथ 19 गांवों के ग्रामीणों को भी गर्मी के मौसम में आसानी से पेयजल उपलब्ध हो सकें। साथ ही, इन्द्रगढ़-चाकन पेयजल परियोजना से निर्बाध और शुद्ध पेयजल आपूर्ति के समुचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। बिरला ने निर्देश दिए कि पेयजल पाइप लाइन एवं सीवरेज लाइन के लिए खोदी गई सड़कों की समय पर मरम्मत हो और मरम्मत का कार्य गुणवत्तापूर्ण हो, यह सुनिश्चित किया जाएं।
अवैध कनेक्शन काटें, पुलिस की मदद लें
बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने अवैध कनेक्शन पर लगाम लगाने एवं पुलिस की मदद से अवैध कनेक्शनों को हटाने के निर्देश दिए। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि गरड़दा परियोजना में डिजाइन एवं पानी की उपलब्धता के अनुरूप ही कनेक्शन किए जाएं। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन बिछाने के बाद मलबे का उचित निस्तारण नहीं करने वाले ठेकेदारों के विरूद्ध एक्शन लिया जाएं।
उन्होंने अधिकारियों को परियोजनाओं की फील्ड में जाकर मॉनिटरिंग करने एवं आवश्यकतानुसार पेयजल आपूर्ति बढ़ाने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रमुख पेयजल परियोजनाओं में नवनेरा वृहद पेयजल परियोजना, परवन-अकावद वृहद पेयजल परियोजना, बोराबास-मंडाना जलापूर्ति परियोजना एवं रामगंजमंडी जलापूर्ति परियोजना पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
बैठक में ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, संयुक्त सचिव लोकसभा सचिवालय गौरव गोयल, संभागीय आयुक्त कोटा राजेन्द्र सिंह शेखावत, जिला कलक्टर कोटा डॉ. रविन्द्र गोस्वामी, जिला कलक्टर बूंदी अक्षय गोदारा, बूंदी नगर परिषद सभापति सरोज अग्रवाल, केशवरायपाटन प्रधान वीरेंद्र सिंह हाडा, नैनवां प्रधान पदम नागर सहित अन्य जन प्रतिनिधि एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।