आरोपी ने एक कांट्रेक्टर को सिविल स्कोर बढ़ाने का झांसा देकर साथियों के साथ मिलकर कई राज्यों के लोगों से 4 करोड़ रुपए की साइबर ठगी कर विभिन्न बैंक खातों में ट्रान्सफर कर अवैध लेनदेन कर डाला। मामले में रिपोर्ट पर साइबर थाना पुलिस ने तकनीकी सूचना के आधार पर दो आरोपी को पकड़कर उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन, एक बैंक पासबुक सहित कमीशन के रूप में मिले 9 हजार 500 रुपए बरामद किए है। प्रकरण में अन्य आरोपी की तालश जारी है।
देई निवासी विनोद मीणा ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दी कि कुछ व्यक्ति द्वारा अपने परिचितों व साथियों के माध्यम से जीएसटी, इनकम टैक्स में बचत कराने व सिविल स्कोर अच्छा कराने के नाम पर दो खाते व उनके ऑपरेटिंग दस्तावेज मांगे और कहा कि इससे तुमको लोन भी अच्छा मिलेगा और फर्म की लिमिट भी बढ़ जाएगी। कुछ नुकसान हुआ हो तो उसकी भरपाई हो जाएगी।
कुछ इस तरह झांसे में लेकर उसका खाता नंबर ले लिया और साइबर ठगों द्वारा प्रदेश व देश के अन्य राज्यों नई-दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, आन्ध्रप्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, बृहन मुंबई, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, गुजरात, उड़ीसा, तमिलनाडु व झारखण्ड राज्यों के विभिन्न लोगों से शेयर मार्केंट ट्रेडिंग, क्रिप्टो ट्रेडिंग, आईपीओ खरीदने के नाम पर करीब 4 करोड रुपए साइबर ठगी कर फरियादी के बैंक खातों में अवैध लेन-देन कर दिया।
जब बैंक से फरियादी के पास इतनी बड़ी रकम को लेकर पूछताछ हुई थी तो विनोद ने साइबर क्राइम थाने जाकर आपबीति सुनाई और कार्रवाई की मांग की रिपोर्ट सौंपी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की ओर दो साइबर ठगों को दबोच लिया। थानाधिकारी नरेश मीणा ने बताया कि टीम आरोपी से अन्य साथी आरोपी ओर अवैध लेनदेन के मामले में पूछताछ कर रही है। आरोपी दिसंबर से अब तक कई लोगों से फ्रॉड कर चुका है। अलग-अलग जगहों से करीब 25 से 30 शिकायत दर्ज है।
एसपी ने की आमजन से अपील
जिला पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा ने आमजन से अपील कि है साइबर ठगों द्वारा वर्तमान समय में नए-नए तरीके अपनाकर साइबर ठगी की वारदात की जा रही है। ऐसे में सभी को सावधानी और सावचेत रहने की जरूरत है। साइबर ठगी के शिकार हो जाने पर व्यक्ति शीघ्र साइबर हेल्प लाइन नंबर -1930 पर अपनी शिकायत दर्ज कराए या फिर नजदीकी पुलिस थाना या साइबर थाने में अपनी शिकायत देवें।