12 मार्च को प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीडि़त के पिता पर भी हमला किया गया, जिन्होंने कथित तौर पर हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी। यह घटना उस समय हुई जब पीडि़त अपनी परीक्षा देने के लिए यात्रा कर रहा था। आयोग ने पाया है कि समाचार रिपोर्ट की सामग्री, यदि सत्य है, तो पीडि़त के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। इसने पुलिस महानिदेशक और तुत्तुकुडी के जिला कलक्टर को नोटिस जारी कर विस्तृत जानकारी मांगी है।