15 मई 2025 को पत्र जारी किया
मध्यप्रदेश शासन सहकारिता विभाग भोपाल के अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल द्वारा कलेक्टर छतरपुर को दिनांक 15 मई 2025 को पत्र जारी किया है। पत्र में लिखा कि पैक्स समिति डिकौली समिति प्रबंधक द्वारा अपने चहेतों के नाम पर केसीसी घोटाला किया गया इस आशय की शिकायत की जांच संयुक्त आयुक्त सहकारिता संभाग सागर से कराई गई, जिसमें पाया गया कि मुख्यमंत्री ब्याज माफी योजना 2023 के तहत 567 किसानों की राशि 292.54 लाख रुपए अपात्र पाई गई।शासकीय राशि का गोलमाल कर, परिजन को लाभ पहुंचाया
पत्नी के खाते में ही पहुंचाए 15 लाख समिति प्रबंधक द्वारा नियम कानून कायदे किनारे रखकर बड़े पैमाने पर केसीसी घोटाला किया गया तथा ऐसे लोगों के केसीसी बनाए, जिनका सेवा सहकारी समिति डिकौली से दूर तक लेना देना नहीं है। वहीं अपने परिवार के सदस्यों के नाम तय लिमिट से दस गुना अधिक राशि के केसीसी बनाए तथा राशि निकाल ली। समिति प्रबंधक ने पत्नी विद्या देवी अग्निहोत्री के केसीसी खाते से 29 जुलाई 2017-को तीन लाख, 30 जुलाई 17 को तीन लाख रुपए, 04 अगस्त 17 को तीन लाख रुपए कुल नौ लाख रुपए निकाले, यह ऋण राशि जमा नहीं की गई। इसके बाद 12 सितंबर 2017 छह लाख रुपए और दे दिए। – इसी प्रकार पुत्र रविकांत अग्निहोत्री को 18 लाख रुपए, भाई श्रीओम अग्निहोत्री के खाते में 15 लाख रुपए, बहू ममता देवी अग्निहोत्री के खाते में छह लाख रुपए, परिजन मन्नू लाल अग्निहोत्री के खाते में 15 लाख रुपए समय समय पर डाले।पात्रता महज डेढ़ लाख की
शासन के नियमानुसार सहकारी समितियों में एक वित्तीय वर्ष में एक किसान को ढेड़ लाख रुपए की राशि देने की पात्रता है जबकि विद्या देवी अग्निहोत्री व अन्य परिजनों को दी गई यह राशि पात्रता राशि से दस गुना अधिक है।