सड़कों पर पसरा सन्नाटा
शनिवार सुबह 9 बजे, गांधी चौक बाजार में एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में व्यापारी और आम लोग शामिल हुए। सभा में कश्मीर में हुए आतंकी हमले की निंदा की गई और मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान दो मिनट का मौन भी रखा गया। इस बंद के दौरान शहर के प्रमुख इलाकों जैसे बस स्टैंड, चौक बाजार, पन्ना नाका, छत्रसाल चौराहा, चौबे तिराहा और गल्ला मंडी में दुकानें बंद रहीं। सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। हालांकि, मेडिकल स्टोर, सब्जी की दुकानें और दूध डेयरियां खुली रहीं ताकि नागरिकों को आवश्यक सेवाएं मिल सकें।
प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
इसके बाद, एक व्यापारी प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर पार्थ जैसवाल से मुलाकात की और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कश्मीर में हुए हमले में शामिल आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। व्यापारी नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार को आतंकवाद के खिलाफ और अधिक सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।बंद के पहले रैली निकालीशुक्रवार शाम व्यापारी संगठनों ने रामचरित मानस मैदान से एक विशाल बाइक रैली का आयोजन किया, जो शहर के विभिन्न इलाकों से होकर गुज़री। रैली के दौरान व्यापारियों ने कश्मीर में मारे गए निर्दोष हिंदुओं के लिए शोक व्यक्त किया और सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग की। रैली में सैकड़ों व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया, जो कश्मीर में हुई जघन्य हत्याओं के खिलाफ अपने विरोध का प्रदर्शन कर रहे थे।
कार्रवाई मांग की
व्यापारी संगठनों का कहना है कि इस बंद के माध्यम से वे कश्मीर के मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं और साथ ही सरकार से यह भी मांग कर रहे हैं कि आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएं। व्यापारी नेताओं ने यह भी बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करना और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना था।