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छतरपुर

पत्रिका रक्षा कवच अभियान से साइबर ठगों के झांसे में नहीं आ रहे अब ग्रामीण

पत्रिका के इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में साइबर ठगी के प्रति जागरूकता फैलाना है। अभियान की शुरुआत तब हुई जब जिले में कई साइबर ठगी की घटनाएं सामने आईं, जिसमें ठगों ने मोबाइल, बैंक खाता और आधार कार्ड जैसी व्यक्तिगत जानकारी जुटाकर लोगों से लाखों रुपए की ठगी की।

छतरपुरFeb 10, 2025 / 10:48 am

Dharmendra Singh

raksha kavach

पत्रिका रक्षा कवच

छतरपुर. जिले में साइबर ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी, लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ी है और लोग साइबर ठगों के झांसे में नहीं आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण है पत्रिका द्वारा चलाया जा रहा रक्षा कवच अभियान। पत्रिका के इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में साइबर ठगी के प्रति जागरूकता फैलाना है। अभियान की शुरुआत तब हुई जब जिले में कई साइबर ठगी की घटनाएं सामने आईं, जिसमें ठगों ने मोबाइल, बैंक खाता और आधार कार्ड जैसी व्यक्तिगत जानकारी जुटाकर लोगों से लाखों रुपए की ठगी की। यह ठगी इतनी बढ़ गई थी कि ग्रामीण इलाकों में कई परिवारों के लोग अपने जमा-पूंजी खो बैठें थे।

अभियान की शुरुआत


पत्रिका के स्थानीय संवाददाता और टीम ने यह महसूस किया कि सबसे बड़ी समस्या जानकारी का अभाव है। इस समस्या से निपटने के लिए पत्रिका ने रक्षा कवच अभियान शुरू किया, जिसमें ग्रामीणों को साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक किया गया। इस अभियान में लोगों को मोबाइल फोन पर आने वाले संदिग्ध कॉल्स, लिंक के बारे में बताया गया और उन्हें ऐसे मामलों में सतर्क रहने की सलाह दी गई।

ग्रामीणों में जागरूकता का बढ़ता असर


पत्रिका के अभियान का असर अब देखने को मिल रहा है। अब ग्रामीणों को साइबर ठगों के विभिन्न हथकंडों के बारे में अच्छी जानकारी हो गई है। वे अब बिना किसी संकोच के संदिग्ध कॉल्स या संदेशों को नजरअंदाज करते हैं। कई ग्रामीणों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि पहले उन्हें साइबर ठगों के झांसे में आसानी से आ जाते थे, लेकिन अब वे सतर्क हो गए हैं और जब भी किसी अनजान नंबर से कॉल आती है, तो वे पहले उसे संज्ञान में लेते हैं और उस पर कार्रवाई करते हैं।
एक स्थानीय निवासी ने बताया पहले हमे लगता था कि कॉल करने वाले व्यक्ति या संस्था की बात सही होगी, लेकिन अब हम सीधे किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करते और न ही किसी अनजान व्यक्ति से जानकारी साझा करते हैं। पत्रिका के अभियान ने हमें यह सिखाया है कि सावधानी ही सबसे बड़ा रक्षा कवच है।

बताए साइबर ठगों से बचने के टिप्स


पत्रिका की ओर से ग्रामीणों को कुछ मुख्य सुरक्षा उपाय भी बताए गए हैं।

संदिग्ध कॉल्स से बचें: अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स को नजरअंदाज करें और कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को अपनी बैंक डिटेल्स न दें।
लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, खासकर व्हाट्सएप पर भेजे गए लिंक पर।
एप्स डाउनलोड करते समय सतर्क रहें: मोबाइल में एप्स डाउनलोड करते समय हमेशा ध्यान रखें कि वे विश्वसनीय स्रोत से हो।
सुरक्षित इंटरनेट उपयोग करें: सार्वजनिक नेटवर्क पर कभी भी व्यक्तिगत जानकारी न साझा करें, क्योंकि ये असुरक्षित हो सकते हैं।
पासवर्ड बदलते रहें: अपने बैंक खातों और अन्य ऑनलाइन खातों के पासवर्ड को नियमित रूप से बदलें और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें।

रक्षा कवच अभियान की सफलता


इस अभियान ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर ठगों के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया है। अब लोग ठगों के झांसे में आने से बच रहे हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत प्रशासन को करने में संकोच नहीं करते। पत्रिका के इस प्रयास की सराहना करते हुए जिला पुलिस प्रशासन ने भी इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के अभियानों से न केवल साइबर अपराधों में कमी आएगी, बल्कि लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। अभियान के संचालकों ने यह भी कहा कि आने वाले समय में इस अभियान को और विस्तारित किया जाएगा, ताकि जिले के हर एक व्यक्ति तक यह जानकारी पहुंचे और वे साइबर ठगों के खिलाफ सचेत हो सकें।

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