खदान के बंद होने की आशंका
माथनी खदान में 240 कामगार कार्यरत हैं। साइड फाल होने से एक कामगार के गंभीर रूप से घायल हाने के बाद खदान में उत्पादन बहुत कम हो रहा है। कामगारों के अनुसार इस खदान में अगस्त 2024 में बिना अनुमति के 15 राइस 7 लेवल वाला सेक्शन खोल कर चलाया गया। उसमें भी कार्बन मोनोऑक्साइड गैस का स्तर खतरनाक हो गया था जबकि खदान में परमिसेबल लिमिट 50 पीपीएम होती है जिसके बाद लाखों रुपए लगाकर स्टापिंग की गई।पत्थर को कोयला शो किया
कामगारों का यह भी कहना है कि माइंस सर्वे के हिसाब से 4 लेवल के ऊपर फेज में कोयला नहीं मिला था, फि र भी जीरो लेवल 13 राइस 14 राइस फेज चलाया गया। इसमें पत्थर को कोयला शो किया गया। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में मशीन शिफ्ट करके 6 डीप 12 लेवल फेज चलाया गया। एक जनवरी को एक कामगार गंभीर रूप से दुर्घटना ग्रस्त हो गया। 7 डीप 12 लेवल में साइड फ ाल हुआ जहां पर छत की ऊंचाई 6 से 7 मीटर थी वहां पर पर्याप्त स्पोर्ट नही था जो कि सेक्शन के अंदर आने जाने का एक मात्र रास्ता था। इसके लिए टीएससी कमेटी ने मैनेजर को कई बार कहा कि वहां पर रस्सा जाली से साइड सपोर्ट किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यहां पर दो जनवरी से उत्पादन बंद कर दिया गया। मशीन से कोयला उठा कर अंदर ही डम्प कराया जा रहा था। 15 डीप 18 लेवल में फाल का कोयला मशीन द्वारा उठाया जा रहा था। वह भी 1 जनवरी से बंद कर दिया गया। तब से लेकर अब तक यहां उत्पादन शून्य है।माथनी खदान की प्रकृति ऐसी है कि फायर जैसी स्थिति अक्सर बन जाती है। हमारे संघठन के पदाधिकारियों ने खदान जाकर कामगारों और प्रबंधन से चर्चा की है। खदान में उत्पादन के लिए सुरक्षित तथा सामान्य स्थिति शीघ्र निर्मित हो इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
तेजप्रताप शाही, अध्यक्ष बीएमएस पेंच कन्हान