कटी हुई टिकट के हिसाब से जमा होती है राशि
टॉय ट्रेन की कमाई को हर दूसरे दिन नगर निगम के कोषालय में जमा किया जाता है। जितनी टिकट काटी जाती है, उसके हिसाब से कोषालय में राशि जमा करने का नियम है। इसके साथ ही प्रत्येक टॉय ट्रेन यात्री को टिकट लेना अनिवार्य है, यदि टिकट नहीं काटी जा रही है तो उस राशि का वारा-न्यारा कर्मचारी ही कर रहे हैं। पत्रिका टीम ने जब एक कर्मचारी से बिना टिकट पैसे लेने की बात पूछी तो उसने टॉय ट्रेन की मरम्मत के खर्च को वसूलने की बात बताई।इनका कहना है
टॉय ट्रेन की बड़ी टूट फूट की मरम्मत निगम करवाता है। छोटी टूट फूट का सुधार कर्मचारी खुद करवा देते हैं। वे अपने पास से जो राशि लगाते हैं उसकी फाइल बनाकर निगम कार्यालय से बाद में ले लिया जाता है। हालांकि कर्मचारियों को यात्रियों को टिकट देना अनिवार्य है। खुद वसूल करना जायज नहीं है।– दिमागचंद डेहरिया, पार्क सुपरवाइजर
-शिव पंद्राम, उपयंत्री पार्क प्रभारी