प्रथम पुरस्कार को मिलेगा 5 लाख
तीनों श्रेणियों को मिलाकर भारतीय रेल में उपयोग के लिए चयनित डिजाइन बनाने वाले किसी एक विजेता को पांच लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार दिया जाएगा। तीनों श्रेणियों में 50-50 हजार रुपए के पांच-पांच सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे। इस प्रतियोगिता के तहत एक से 31 मई तक प्रतिभागियों को डिजिटल घड़ी का डिजाइन ऑनलाइन माध्यम से जमा करना है। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना एवं प्रचार) दिलीप कुमार के अनुसार हाई रेजोल्यूशन वाली डिजाइन जिसमें वाटर मार्क या लोगो ना हो, को ईमेल के माध्यम से भेजना है और साथ में मौलिकता का प्रमाण पत्र भी प्रतिभागियों को देना है। यह भी पढ़े –
विवादों में घिरीं डॉ. अरुणा कुमार बनी डीएमई, जूनियर डॉक्टरों ने जताई आपत्ति एक से अधिक डिजाइन जमा करने की छूट
सभी प्रतिभागियों को एक से अधिक डिजाइन जमा करने की छूट दी गई है। प्रतिभागियों को अपने डिजाइन के साथ ही डिजाइन के विषय में एक संक्षिप्त अवधारणा नोट भी जमा करना है। प्रतिभागियों को यह भी सुनिश्चित करना है कि उनका डिजाइन मौलिक है और बौद्धिक संपदा या किसी दूसरे व्यक्ति या संस्था के कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं करता है।
12वीं के छात्रों को किया गया शामिल
रेलवे बोर्ड ने प्रतियोगिता के लिए स्कूली छात्र कैटेगरी में 12वीं तक के छात्रों को शामिल किया है। इसके लिए उन्हें स्कूल का पहचान पत्र जमा करना होगा। इसी तरह कॉलेज के छात्र कैटेगरी में वैसे लोगों को शामिल किया गया है, जो किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या महाविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर रहे हों। शेष सभी लोगों को प्रोफेशनल कैटेगरी में रखा जाएगा।