दरअसल, वित्तीय वर्ष 2024-25 समाप्त होने के पहले नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने नगर निगम के संपत्ति एवं जल उपभोक्ता प्रभार के डाटा सर्वर को एमपी-इ- नगर पालिका पोर्टल से इ-नगर पालिका पोर्टल एमपी के 2.0 सर्वर में शिफ्ट किया गया है। पोर्टल के इस सर्वर में शिफ्ट होने से नागरिकों को ऐप के माध्यम से स्वयं संपत्ति कर एवं जल उपभोक्ता प्रभार के भुगतान की सुविधा भी मिल गई।
बना सकते हैं अपनी सिटीजन आईडी
इसके लिए नागरिक एवं करदाता प्ले स्टोर में जाकर च्एमपी इ-नगर पालिकाज् एप्लिकेशन को डाउनलोड कर अपनी सिटीजन आईडी बना सकते हैं। ऐप के माध्यम से पे एंड ट्रैक्ट एप्लीकेशन खुलेगा। इसमें क्विक सर्विस के नीचे प्रॉपर्टी टैक्स, वाटर चार्ज एवं रेंटर के विकल्प दिए होते हैं। इनके विकल्प में अपना प्रापर्टी आई डी या जल उपभोक्ता क्रमांक अथवा दर्ज मोबाइल नंबर दर्ज करने के साथ ही बकाया कर या प्रभार दिखने लगेगा। इसे यूपीआई आईडी दर्ज करके भुगतान कर सकते हैं।
अभी तक मैनुअल कर रहे हैं चुकता
लंबे समय से ऑनलाइन पोर्टल में समस्या होने के कारण शहर के नागरिक निगम कार्यालय एवं जोन कार्यालय पहुंचकर कर एवं प्रभार जमा कर रहे थे। कई बार बकाया होने पर निगम के राजस्व कर्मचारी घर पहुंचकर पीओएस मशीन से जमा करवा रहे थे। नई व्यवस्था होने के बाद नगर निगम में अब कर्मचारियों की जरूरत कम से कम पड़ेगी। अभी तक निगम ने खास तौर पर संपत्तिकर एवं जल प्रभार जमा करने के लिए ही कुकड़ा जगत, जीएसटी ऑफिस के सामने सेवा सदन, जगन्नाथ स्कूल के पीछे, लोनिया करबल एवं चंदनगांव में जोन कार्यालय बनाकर कर्मचारी बैठा रखे हैं। हालांकि एंड्रायड मोबाइल का इस्तेमाल कम करने वाले लोग अभी भी इन जोन कार्यालय का उपयोग कर कर एवं प्रभार जमा करेंगे।