दरअसल पिछले साल तक ए प्लस कैटेगरी में सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों को रखा जाता था जो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का हिस्सा हों। लेकिन बीसीसीआई ने इस बार नियमों में बदलाव किया है। जिसका सीधा फायदा रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा को हुआ है। इन तीनों खिलाड़ियों को इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत सालाना 7 करोड़ रुपये मिलेंगे।
ए प्लस कैटेगरी की शुरुआत बीसीसीआई ने 2017 में की थी। इसका उद्देश्य ऐसे खिलाड़ियों को सम्मान और आर्थिक सुरक्षा देना था जो सभी फॉर्मेट्स में भारत के लिए नियमित रूप से खेलते हैं। शुरुआती दौर में इस ग्रेड में विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह जैसे बड़े नाम शामिल थे। हालांकि, महेंद्र सिंह धोनी को 2017 में इस ग्रेड में जगह नहीं मिली थी क्योंकि वे 2014 में ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके थे।
बीसीसीआई ने सोमवार को 1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025 तक के लिए 34 खिलाड़ियों को
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किया है। हालांकि वनडे वर्ल्ड कप के बाद से अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहे हैं, फिर भी उन्हें ए कैटेगरी में बरकरार रखा गया है। शमी के अलावा इस श्रेणी में केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंत भी शामिल हैं। खास बात यह है कि पंत को इस बार बीसे प्रमोट कर ए ग्रेड में लाया गया है।
भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव और उपकप्तान अक्षर पटेल को इस बार ‘बी’ ग्रेड में रखा गया है। इनके साथ इस लिस्ट में कुलदीप यादव, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर भी शामिल हैं।
इस बार ‘सी’ कैटेगरी में सर्वाधिक 19 खिलाड़ियों को जगह दी गई है। ईशान किशन की भी इस ग्रेड में वापसी हुई है। इस श्रेणी में शामिल अन्य नाम हैं, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वाशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, नीतीश कुमार रेड्डी, अभिषेक शर्मा, आकाश दीप, वरुण चक्रवर्ती और हर्षित राणा।