गंभीर और गिल की केमिस्ट्री को लेकर मांजरेकर आश्वस्त
ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में संजय मांजरेकर ने कहा कि गौतम गंभीर को युवा कप्तानों के साथ काम करने में सहजता और आनंद मिलता है। उन्होंने T20 फॉर्मेट का उदाहरण देते हुए कहा, “आप उन्हें सूर्यकुमार यादव के साथ T20 में कप्तानी करते हुए देखेंगे, ठीक वैसे ही जैसे वह गिल के साथ टेस्ट क्रिकेट में नज़र आएंगे। एक कोच के तौर पर उन्हें युवा कप्तानों के साथ तालमेल बिठाना पसंद है, और यही चीज़ उनके और गिल के बीच भी देखने को मिलेगी।”गिल की कप्तानी को अजहरुद्दीन की ताजपोशी से जोड़ा
मांजरेकर ने गिल की नियुक्ति की तुलना 1989 में मोहम्मद अजहरुद्दीन को कप्तान बनाए जाने से की, जब कृष्णमाचारी श्रीकांत को अचानक हटा दिया गया था। उन्होंने कहा, “उस समय भी टीम में खोने को कुछ नहीं था। आज गिल के पास भी वही आज़ादी और फ्रेश शुरुआत का अवसर है। टीम युवा है, जोश से भरी है। यह एक नई दिशा की शुरुआत है।”पीढ़ीगत बदलाव और बुमराह का निर्णय
रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट से अचानक संन्यास के बाद, भारत ने खुद को एक ट्रांज़िशन पीरियड में पाया।इस समय जसप्रीत बुमराह के पास कप्तानी की संभावनाएं थीं, लेकिन उन्होंने चोट के इतिहास को ध्यान में रखते हुए यह जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया। मांजरेकर के अनुसार, “जब बड़े नाम हट गए और बुमराह ने कप्तानी नहीं ली, तो गिल स्वाभाविक विकल्प बन गए। और जब चयनकर्ता इतना बड़ा फैसला करते हैं, तो वे उस पर टिके रहते हैं इससे गिल को आत्मविश्वास मिलेगा, न कि दबाव।”